झालावाड़ : शहर के रूपनगर कॉलोनी में स्थित सीबीएसई स्कूल में प्रैक्टिकल एग्जाम में विवाद हो गया, जहां एग्जामिनर ने स्कूल प्रशासन पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. शिक्षक का आरोप है कि निजी स्कूल की ओर से प्रायोगिक परीक्षा के बाद छात्र छात्राओं को नंबर देते समय मन मुताबिक नंबर देने का दबाव बनाया. ऐसा न करने पर स्कूल की शिकायत करने की धमकी दी गई. इस दौरान शिक्षक को रिलीविंग लेटर भी नहीं दिया गया.
सीबीएसई के सिटी कोऑर्डिनेटर जैस्मिन जॉनसन ने बताया कि बुधवार को जिले के संत सागर स्कूल के शिक्षक आरिफ हुसैन अर्थशास्त्र के एग्जामिनर के तौर पर रूपनगर पब्लिक स्कूल में पहुचे थे. जहां उनकी ओर से अर्थशास्त्र के बच्चों के प्रैक्टिकल लेने की प्रक्रिया को शुरू किया गया था. बाद में नंबर देते समय स्कूल प्रबंधन ने आरिफ हुसैन पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है.
कोऑर्डिनेटर ने बताया कि दोनों सीबीएसई स्कूलों के आपस में मतभेद हैं. रूपनगर पब्लिक स्कूल की शिकायत के बाद उनकी ओर से सीबीएसई को इसकी जानकारी भिजवा दी गई है. एग्जामिनर आरिफ हुसैन ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की ओर से प्रैक्टिकल लेने के बाद बच्चों को पूरे नंबर देने के लिए उन पर दबाव बनाया. स्कूल प्रबंधन की ओर से काफी देर तक उन्हें रिलीविंग लेटर प्रोवाइड नहीं कराया गया. उन्होंने कहा कि स्कूल की ओर से रिश्वत लेने के आरोप निराधार हैं.
वहीं, रूपनगर पब्लिक स्कूल के प्रबंधक पुष्पेंद्र अग्रवाल ने आरोप लगाया कि एग्जामिनर की ओर से प्रत्येक बच्चे पर 1000 रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी. इसकी कॉल रिकॉर्डिंग स्कूल के पास मौजूद है. कॉल रिकॉर्डिंग को सीबीएसई अजमेर को भेजा जा चुका है. वहीं, संत सुधा सागर स्कूल की प्रिंसिपल अंकिता चतुर्वेदी ने बताया कि उनके यहां से एग्जामिनर बनकर गए शिक्षक आरिफ हुसैन पर रिश्वत के लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. इससे पहले भी आरिफ हुसैन जिला कोऑर्डिनेटर स्कूल के अलावा अन्य दो स्कूलों में प्रैक्टिकल लेने के लिए पहुंचे थे, जहां से शिक्षक की कोई कंप्लेंट नहीं की गई.