श्रीगंगानगर. सियासी पार्टियों के टिकट के ऐलान के साथ ही जगह-जगह बागी भी मुखर होने लगे हैं. श्रीगंगानगर से टिकट न मिलने से नाराज विनीता आहूजा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. सोमवार को श्रीगंगानगर में अरोड़ा समाज के लोगों ने एक बैठक कर वरिष्ठ भाजपा नेता विनीता आहूजा को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारने की नसीहत दी. इस दौरान आहूजा को सर्व समाज ने अपना समर्थन दिया है. बता दें कि भाजपा ने श्रीगंगानगर से जयदीप बिहानी को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है.
बागियों ने दिखाए तेवर: रविवार को अरोड़ा समाज की प्रेस कांफ्रेंस कर आहूजा को अपना उम्मीदवार घोषित किया. कोर कमेटी के सदस्य वीरेद्र राजपाल और मोहनलाल चावला ने बताया कि अरोड़ा समाज की सियासी दलों की ओर से अनदेखी की अनदेखी की जा रही है. इसी कड़ी में सर्व समाज ने बैठक कर अरोड़ा समाज से एक उम्मीदवार चुनाव में उतारने का फैसला किया गया है, जिसके बाद विनीता आहूजा को सर्वसम्मति कैंडिडेट बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी श्रीगंगानगर से अरोड़ा समाज से किसी व्यक्ति को टिकट देती है तो विनीता आहूजा चुनाव नहीं लड़ेंगी और उस उम्मीदवार का समर्थन करेंगी. बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता विनीता आहूजा भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ी थी. इस बार भी विनीता आहूजा भाजपा से टिकट की दावेदारी जता रही थी लेकिन पार्टी की ओर से जयदीप बिहानी को उम्मीदवार बनाया गया है. अब विनीता आहूजा के निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले से पार्टी के नेताओं में खलबली मच गयी है. पिछले विधानसभा चुनाव में विनीता आहूजा को करीब करीब तीस हजार वोट मिले थे.