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वेज कोड बिल और सेफ्टी कोड बिल के विरोध में मजदूरों का प्रदर्शन

लोकसभा में पेश किए गए वेज कोड बिल एवं सुरक्षा स्वास्थ्य सेवा शर्तों को लेकर सेफ्टी कोड बिल के विरोध में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन ने विरोध प्रदर्शन किया. अन्य तमाम श्रमिक संगठन भी इस देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

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Published : Aug 3, 2019, 8:49 AM IST

मजदूरों का प्रदर्शन

श्रीगंगानगर. लोकसभा में पेश किए गए वेज कोड बिल एवं सुरक्षा स्वास्थ्य सेवा शर्तों को लेकर सेफ्टी कोड बिल के विरोध में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन और अन्य तमाम श्रमिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान श्रीगंगानगर के तमाम श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करते हुए बिल के खिलाफ आवाज उठाई. श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा.

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ज्ञापन में बताया गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 5 जुलाई को लोकसभा में प्रस्तुत अपने बजट भाषण में देश के बड़े उद्योगपति-पूंजीपतियों के पक्ष में दोनों बिलों को संविधान में प्रदत्त समवर्ती सूची में लिखित राज्य के अधिकार क्षेत्र की अनदेखी करते हुए लाने की घोषणा की गई थी. अब केंद्र सरकार ने उन दोनों बिलों को 23 जुलाई संसद में प्रस्तुत किया है, जो कि गलत है. श्रमिक संगठनों ने मांग की है कि श्रम कानूनों में कोई भी संशोधन बिना केंद्रीय श्रम संगठनों की सहमति से नहीं किया जाना चाहिए .

पढ़ें- जयपुर में सोशल मीडिया कॉन्फ्लुएंस-03 का हुआ आगाज,कई बड़ी हस्तियां कर रही शिरकत

श्रमिक संगठनों ने ज्ञापन में मांग की है कि प्रस्तावित दोनों बिल मजदूरों पर नहीं थोपे जाएं. श्रमिक संगठनों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार श्रमिकों की आवाज को दबाते हुए उनके अधिकारों को संकुचित करना चाहती है. ताकि श्रमिक अपनी मजदूरी को लेकर आवाज न उठा सकें.

श्रीगंगानगर. लोकसभा में पेश किए गए वेज कोड बिल एवं सुरक्षा स्वास्थ्य सेवा शर्तों को लेकर सेफ्टी कोड बिल के विरोध में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन और अन्य तमाम श्रमिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान श्रीगंगानगर के तमाम श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करते हुए बिल के खिलाफ आवाज उठाई. श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा.

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ज्ञापन में बताया गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 5 जुलाई को लोकसभा में प्रस्तुत अपने बजट भाषण में देश के बड़े उद्योगपति-पूंजीपतियों के पक्ष में दोनों बिलों को संविधान में प्रदत्त समवर्ती सूची में लिखित राज्य के अधिकार क्षेत्र की अनदेखी करते हुए लाने की घोषणा की गई थी. अब केंद्र सरकार ने उन दोनों बिलों को 23 जुलाई संसद में प्रस्तुत किया है, जो कि गलत है. श्रमिक संगठनों ने मांग की है कि श्रम कानूनों में कोई भी संशोधन बिना केंद्रीय श्रम संगठनों की सहमति से नहीं किया जाना चाहिए .

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श्रमिक संगठनों ने ज्ञापन में मांग की है कि प्रस्तावित दोनों बिल मजदूरों पर नहीं थोपे जाएं. श्रमिक संगठनों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार श्रमिकों की आवाज को दबाते हुए उनके अधिकारों को संकुचित करना चाहती है. ताकि श्रमिक अपनी मजदूरी को लेकर आवाज न उठा सकें.

Intro:श्रीगंगानगर : लोकसभा में प्रस्तुत किए गए वेजबिल कोड एवं सुरक्षा स्वास्थ्य सेवा शर्तों को लेकर सेफ्टी कोड बिल के विरोध में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन सहित तमाम श्रमिक संगठनों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.


Body:देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान श्रीगंगानगर जिले के तमाम श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए बिल के खिलाफ आवाज उठाई। ज्ञापन में बताया गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने 5 जुलाई को लोकसभा में प्रस्तुत अपने बजट भाषण में देश के बड़े उद्योगपति-पूंजीपतियों के पक्ष में दोनों बिलों को संविधान में प्रदत्त समवर्ती सूची में लिखित राज्य के अधिकार क्षेत्र की अनदेखी करते हुए लाने की घोषणा की थी. अब केंद्र सरकार ने दोनों बिलों को 23 जुलाई को संसद में प्रस्तुत कर दिया है. जो की गलत है। श्रमिक संगठनों ने मांग की है कि श्रम कानूनों में कोई भी संशोधन बिना केंद्रीय श्रम संगठनों की सहमति से नहीं किया जाना चाहिए तथा प्रस्तावित बिल दोनों बिलों को मजदूरों पर नहीं थोपा जाए। श्रमिक संगठनों ने केंद्र की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार श्रमिकों के आवाज को दबाते हुए उनके अधिकारों को संकुचित करना चाहती है ताकि श्रमिक अपनी मजदूरी को लेकर आवाज ना उठा सके।

बाइट : अवतार सिंह,एटक,सह सचिव
बाइट : नसीबकौर,मजदूर


Conclusion:बिल के विरोध में सड़क पर श्रमिक संगठन।
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