ETV Bharat / state

श्रीगंगानगरः रेलवे के अतिक्रमण हटाओ अभियान का लोगों ने किया विरोध...कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - Encroachment of people on railway land

रेलवे की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू होने के बाद रेलवे भूमि पर अतिक्रमण करके निवास कर रहे लोगों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्ट्रर को ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाओ अभियान को रोकने की मांग की है

रेलवे के अभियान का विरोध, Opposition to the railway campaign
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 6:08 PM IST

श्रीगंगानगर. जिले में रेलवे ने करणी मार्ग पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए अतिक्रमणकारियों के घरों पर नोटिस चस्पा किये गए थे. जिसके बाद अतिक्रमण हटाने का विरोध करते हुए आक्रोशित लोगों ने अभियान रोकने और बेघर हुए लोगों को विस्थापित करने की भी मांग रखी है.

अतिक्रमण हटाओ अभियान का लोगों ने किया विरोध

रेलवे विभाग ने गुरुवार को करणी मार्ग पर कुछ मकानों पर जेसीबी चलाते हुए अतिक्रमण हटाए थे. साथ ही रेलवे का दावा था कि उसकी जमीन पर इन लोगों ने अतिक्रमण कर पक्के मकान बना लिए हैं. जिसे लेकर कुछ मकानों पर नोटिस भी चस्पा किए गए थे और उनको हटाने के लिए आदेश दिया गया है.

पढ़ें- प्रदेश में बंद होगी भामाशाह स्वास्थ्य योजना : गहलोत

वहीं अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध करते हुए करणी मार्ग के लोग एकजुट होकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और अतिक्रमणकारियों ने आरोप लगाया है कि उनके पास बिजली, पानी का कनेक्शन, आधार कार्ड और वोटर कार्ड है.

जो कई वर्षों से उस भूमि पर निवास करना बता रहा है. ऐसे में अब रेलवे इस भूमि को अपनी जमीन बताकर अतिक्रमण हटा रहा है. जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में अतिक्रमणकारियों ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का अभियान रोका जाए और अतिक्रमण हटाने के बाद बेघर हुए लोगों को विस्थापित किया जाए.

श्रीगंगानगर. जिले में रेलवे ने करणी मार्ग पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए अतिक्रमणकारियों के घरों पर नोटिस चस्पा किये गए थे. जिसके बाद अतिक्रमण हटाने का विरोध करते हुए आक्रोशित लोगों ने अभियान रोकने और बेघर हुए लोगों को विस्थापित करने की भी मांग रखी है.

अतिक्रमण हटाओ अभियान का लोगों ने किया विरोध

रेलवे विभाग ने गुरुवार को करणी मार्ग पर कुछ मकानों पर जेसीबी चलाते हुए अतिक्रमण हटाए थे. साथ ही रेलवे का दावा था कि उसकी जमीन पर इन लोगों ने अतिक्रमण कर पक्के मकान बना लिए हैं. जिसे लेकर कुछ मकानों पर नोटिस भी चस्पा किए गए थे और उनको हटाने के लिए आदेश दिया गया है.

पढ़ें- प्रदेश में बंद होगी भामाशाह स्वास्थ्य योजना : गहलोत

वहीं अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध करते हुए करणी मार्ग के लोग एकजुट होकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और अतिक्रमणकारियों ने आरोप लगाया है कि उनके पास बिजली, पानी का कनेक्शन, आधार कार्ड और वोटर कार्ड है.

जो कई वर्षों से उस भूमि पर निवास करना बता रहा है. ऐसे में अब रेलवे इस भूमि को अपनी जमीन बताकर अतिक्रमण हटा रहा है. जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में अतिक्रमणकारियों ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का अभियान रोका जाए और अतिक्रमण हटाने के बाद बेघर हुए लोगों को विस्थापित किया जाए.

Intro:श्रीगंगानगर : रेलवे की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू होने के बाद रेलवे भूमि पर अतिक्रमण करके निवास कर रहे लोगों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला को ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाओ अभियान रोकने की मांग की है। रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे लोगो ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।





Body:रेलवे द्वारा करणी मार्ग पर हुए अतिक्रमण हटाने को लेकर अतिक्रमणकारियों के घरों पर नोटिस चस्पा किये गए थे। जिसके बाद अतिक्रमण हटाने का विरोध करते हुए आक्रोशित लोगों ने अभियान रोकने व बेघर हुए लोगो को विस्थापित करने की भी मांग रखी है। रेलवे विभाग ने गुरुवार को करणी मार्ग पर कुछ मकानों पर जेसीबी चलाते हुए अतिक्रमण हटाए थे। रेलवे का दावा था कि उसकी जमीन पर इन लोगों ने अतिक्रमण कर पक्के मकान बना लिए हैं। वहीं कुछ मकानों पर नोटिस भी चस्पा किए कर दिए गए थे और उनको हटाने के लिए आदेश दिया गया है। इसी का विरोध करते हुए करणी मार्ग के लोग एकजुट होकर जिला कलेक्टर के पास पहुंचे। अतिक्रमणकारियों ने आरोप लगाया है कि उनके पास बिजली,पानी का कनेक्शन,आधार कार्ड और वोटर कार्ड है। जो वर्षों से उस भूमि पर निवास करना बता रहा है। ऐसे में अब रेलवे इस भूमि को अपनी जमीन बताकर अतिक्रमण हटा रहा है। जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में अतिक्रमणकारियों ने कहा है कि अतिक्रमण हटाने का अभियान रोका जाए वही अतिक्रमण हटाने के बाद बेघर हुए लोगों को विस्थापित किया जाए।

बाइट : सत्य रतीवाल,अतिक्रमणकारी


Conclusion:अतिक्रमण हटाने का विरोध।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.