श्रीगंगानगर. नगर परिषद बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक में आयुक्त सचिन यादव के साथ धक्का-मुक्की और अभद्र व्यवहार किया गया था. जिसके बाद खुद को आलोचनाओं से घिरा हुआ देख विधायक की अनुशंसा पर नगर परिषद में मनोनीत हुए पार्षदों ने गुरुवार को एक गार्डन में शक्ति प्रदर्शन का प्रयास किया.
इस शक्ति प्रदर्शन के बहाने मनोनीत पार्षद प्रेम नायक, दीपक और अन्य ने पहले तो कांग्रेसी नेता अशोक चांडक के नकली पार्षद कहे जाने की निंदा की फिर आयुक्त के साथ कल के घटनाक्रम को लेकर सफाई भी पेश की.
दोनों मनोनीत पार्षदों ने कहा कि अशोक चांडक खुद सभापति के पति हैं. ऐसे में उन्हें भी गरीमा का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि कल बजट बैठक में सभी पार्षद अपने अपने वार्ड की समस्याओं पर चर्चा कर रहे थे लेकिन जिस तरह से 129 करोड़ रुपए का बजट प्रस्ताव पास कर लिया गया ये उचित नहीं था.
पार्षदों ने कहा कि सभापति के मीटिंग हॉल से बाहर चले जाने के बाद उन्होंने आयुक्त सचिन यादव से पार्षदों की बात सुनने का आग्रह किया था. मनोनीत पार्षद प्रेम नायक ने सफाई दी कि किसी भी पार्षद की मंशा गेट बंद करने या झगड़े की नहीं थी फिर भी आयुक्त को ऐसा लगा है कि हमने उनके साथ बदतमीजी की है तो इसके लिए खेद व्यक्त करते हैं.
पार्षद दीपक ने कहा कि अशोक चांडक मनोनीत पार्षदो को नकली पार्षद कहते हैं तो वे बता दें कि सरकार से जारी मनोनयन पत्र कहां से आया है. बैठक में अशोक चांडक पर भाजपा नेताओं से मिले होने का आरोप भी लगाए गए. बैठक में मनोनीत पार्षद गुरमीत सिंह गिल, सुनील यादव राजकुमार जोग सहित 20 पार्षद मौजूद रहे.