श्रीगंगानगर. लॉकडाउन में नगर परिषद ने शहर के नालों की सफाई के बाद उनको ढकने का काम नहीं किया. जिसके चलते जगह-जगह खुले पड़े नाले अब दुर्घटनाओं को न्योता देने लगे हैं. शहर की मुख्य सड़क के दोनों तरफ खुले नालों से अब कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. पिछले दिनों हुई बारिश में कुछ वाहन चालक इन नालों में गिर भी गए थे, लेकिन फिर भी नगर परिषद प्रशासन ने अभी तक इन खुले नालों को ढकने का काम शुरू नहीं किया है.
लॉकडाउन के दौरान शिव चौक से लेकर बीरबल चौक तक शहर के मुख्य नालों की सफाई करवाई गई थी. जिसमें इन नालों से सिलट निकाल ली गई थी. नगर परिषद क्षेत्र में नालों की सफाई हुए 2 महीने से अधिक समय हो गया है. लेकिन खुले नालों को अभी तक नहीं ढका गया है. जिससे एक तरफ नाले बदबू मार रहे हैं तो, वहीं दूसरी तरफ दुर्घटनाओं को भी न्योता दे रहे हैं.
नगर परिषद की लापरवाही के चलते आने वाले दिनों में मानसून की बारिश के बाद इन खुले पड़े नालों से कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है. ऐसे में परिषद प्रशासन आने वाली मुसीबतों को लेकर बिल्कुल भी चिंतित नजर नहीं आ रहा है. शहर में जगह-जगह पड़े खुले नाले कवर नहीं करने को लेकर अब लोग भी नगर परिषद को जिम्मेदार बता रहे हैं.
पूर्व पार्षद हरविंदर पांडे ने बताया कि, नगर परिषद नालों को कवर्ड न करके किसी बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार कर रही है. वहीं, पार्षद संजय विश्नोई ने कहा कि सफाई के दौरान नालों को खोला गया था, जिसको अब ढकने का काम शुरू किया गया है. जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.