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श्रीगंगानगर: मोइनुद्दीन पठान को दिया गया केंद्रीय कारागृह का पदभार

श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह का पदभार मोइनूदीन पठान को दिया गया है. श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह में पिछले दिनों जिस प्रकार की घटनाएं सामने आई है. उसको देखकर अब जेल प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए जेल की कमान मोइनुद्दीन पठान के हवाले की है. मोइनुद्दीन पठान जेल में चल रही तमाम प्रकार की अवैध गतिविधियों और गड़बड़ियों में सुधार करने के लिए जेल अधीक्षक का कार्यभार संभाला है.

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मोइनुद्दीन पठान को दिया गया केंद्रीय कारागृह का पदभार
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Published : Nov 8, 2020, 11:18 PM IST

श्रीगंगानगर. हिन्दी फिल्म के एक जेलर का यह डायलोग की "रास्ते में हर कदम पर दुआ मांगना, तो यही दुआ मांगना कि तुम जेल में जाओ, लेकिन रघुवीर सिंह की जेल में ना जाओ" ये बताने के लिए काफी है कि जेल में कैदियों की ओर से की जाने वाली हरकतो को शांत करने के लिए किसी रघुवीर सिंह जैसे जेलर की जरुरत है.

मोइनुद्दीन पठान को दिया गया केंद्रीय कारागृह का पदभार

इसी अंदाज में अब श्रीगंगानगर के केंद्रीय कारागृह का पदभार सम्भालने वाले जेल सुप्रिडेंट मोईनूदिन पठान का भी जेल मे बन्द कैदियों और जेल स्टाफ को खुला संदेश दिया गया है कि अगर जेल की चारदीवारी में किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो मोइनूदीन पठान के जेल में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह में पिछले दिनों जिस प्रकार की घटनाएं सामने आई है. उसको देखकर अब जेल प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए जेल की कमान मोइनुद्दीन पठान के हवाले की है.

मोइनुद्दीन पठान जेल में चल रही तमाम प्रकार की अवैध गतिविधियों और गड़बड़ियों में सुधार करने के लिए जेल अधीक्षक का कार्यभार संभाला है. केंद्रीय कारागृह में पिछले लंबे समय से जेल में बंदियो के पास नशा और मोबाइल से नेटवर्क चलाने की शिकायते सामने आती रही है. यही नहीं पिछ्ले दिनो जेल में बंदी को वीआईपी सुविधा और नशा देने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने एक नर्सिंगकर्मी को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. जिसके बाद श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह पुरे राजस्थान में सुर्खियों में आ गई थी.

जेल में रिश्वतखोरी व नशे के खेल को खत्म करने के लिए जेल विभाग ने जयपुर से मोइनुद्दीन पठान को जेल का सुप्रिडेंट नियुक्त करके जेल में फैली अव्यवस्था को सही करने का जिम्मा दिया है. मोइनुद्दीन पठान काफी सख्त तेवर वाले सुप्रीडेंट माने जाते हैं. बड़े से बड़े अपराधी भी जेल की चार दीवारों में उनसे खौफ खाते हैं. मोइनुद्दीन पठान ने जेल में बंद खूंखार बंदियों को हिदायत दी है कि अब मोइनुद्दीन पठान की जेल में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो वे ऐसा कहर ढहाएंगे कि जीवन में फिर कभी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे.

मोइनुद्दीन पठान के जेल में आने के बाद एक साथ करीब 26 महिला बंदियों के कोरोना पॉजिटिव सामने आने पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से उन्हें करोना सेंटर में इलाज के लिए भर्ती करवा कर जेल के अंदर फेलि अव्यवस्थाओं को सुधारने का बीड़ा उठाया है. सुप्रिडेंट मोइनुद्दीन पठान ने जेल की चारदीवारी में फागिंग से लेकर सैनिटाइजेशन, मास्क का वितरण करवाकर कोरोना से बचाव का उपाय किया है.

पढ़ें- श्रीगंगानगर: जीप पलटने से 4 की मौत, सड़क निर्माण कंपनी परिजनों को देगी मुआवजा

वहीं, पठान ने एक-एक बंदी से मुलाकात कर उन्हें साफ हिदायत दी है कि मोइनुद्दीन पठान की जेल में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो एसा हाल होगा कि दोबारा कभी इस जेल में आने की बंदी सोचेंगे नहीं. केंद्रीय कारागृह में लगभग 500 बंदियों को की जगह है जबकि फिलहाल 450 बंदी कारागृह के भीतर हैं.

वहीं, कारागृह में खाने-पीने से लेकर तमाम प्रकार की फैली अव्यवस्थाओं को सही करने का भी पठान ने निर्देश दिए हैं ताकि बंदियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए. पठान ने उन बंधुओं को कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव होने के बाद बीकानेर में शिफ्ट करने का फैसला लिया है जो फिलहाल केंद्रीय कारागृह में पॉजिटिव आने के बाद महिला बंदी कोरोना सेंटर में इलाज करवा रही है.

श्रीगंगानगर. हिन्दी फिल्म के एक जेलर का यह डायलोग की "रास्ते में हर कदम पर दुआ मांगना, तो यही दुआ मांगना कि तुम जेल में जाओ, लेकिन रघुवीर सिंह की जेल में ना जाओ" ये बताने के लिए काफी है कि जेल में कैदियों की ओर से की जाने वाली हरकतो को शांत करने के लिए किसी रघुवीर सिंह जैसे जेलर की जरुरत है.

मोइनुद्दीन पठान को दिया गया केंद्रीय कारागृह का पदभार

इसी अंदाज में अब श्रीगंगानगर के केंद्रीय कारागृह का पदभार सम्भालने वाले जेल सुप्रिडेंट मोईनूदिन पठान का भी जेल मे बन्द कैदियों और जेल स्टाफ को खुला संदेश दिया गया है कि अगर जेल की चारदीवारी में किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो मोइनूदीन पठान के जेल में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह में पिछले दिनों जिस प्रकार की घटनाएं सामने आई है. उसको देखकर अब जेल प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए जेल की कमान मोइनुद्दीन पठान के हवाले की है.

मोइनुद्दीन पठान जेल में चल रही तमाम प्रकार की अवैध गतिविधियों और गड़बड़ियों में सुधार करने के लिए जेल अधीक्षक का कार्यभार संभाला है. केंद्रीय कारागृह में पिछले लंबे समय से जेल में बंदियो के पास नशा और मोबाइल से नेटवर्क चलाने की शिकायते सामने आती रही है. यही नहीं पिछ्ले दिनो जेल में बंदी को वीआईपी सुविधा और नशा देने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने एक नर्सिंगकर्मी को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. जिसके बाद श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह पुरे राजस्थान में सुर्खियों में आ गई थी.

जेल में रिश्वतखोरी व नशे के खेल को खत्म करने के लिए जेल विभाग ने जयपुर से मोइनुद्दीन पठान को जेल का सुप्रिडेंट नियुक्त करके जेल में फैली अव्यवस्था को सही करने का जिम्मा दिया है. मोइनुद्दीन पठान काफी सख्त तेवर वाले सुप्रीडेंट माने जाते हैं. बड़े से बड़े अपराधी भी जेल की चार दीवारों में उनसे खौफ खाते हैं. मोइनुद्दीन पठान ने जेल में बंद खूंखार बंदियों को हिदायत दी है कि अब मोइनुद्दीन पठान की जेल में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो वे ऐसा कहर ढहाएंगे कि जीवन में फिर कभी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे.

मोइनुद्दीन पठान के जेल में आने के बाद एक साथ करीब 26 महिला बंदियों के कोरोना पॉजिटिव सामने आने पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से उन्हें करोना सेंटर में इलाज के लिए भर्ती करवा कर जेल के अंदर फेलि अव्यवस्थाओं को सुधारने का बीड़ा उठाया है. सुप्रिडेंट मोइनुद्दीन पठान ने जेल की चारदीवारी में फागिंग से लेकर सैनिटाइजेशन, मास्क का वितरण करवाकर कोरोना से बचाव का उपाय किया है.

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वहीं, पठान ने एक-एक बंदी से मुलाकात कर उन्हें साफ हिदायत दी है कि मोइनुद्दीन पठान की जेल में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो एसा हाल होगा कि दोबारा कभी इस जेल में आने की बंदी सोचेंगे नहीं. केंद्रीय कारागृह में लगभग 500 बंदियों को की जगह है जबकि फिलहाल 450 बंदी कारागृह के भीतर हैं.

वहीं, कारागृह में खाने-पीने से लेकर तमाम प्रकार की फैली अव्यवस्थाओं को सही करने का भी पठान ने निर्देश दिए हैं ताकि बंदियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए. पठान ने उन बंधुओं को कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव होने के बाद बीकानेर में शिफ्ट करने का फैसला लिया है जो फिलहाल केंद्रीय कारागृह में पॉजिटिव आने के बाद महिला बंदी कोरोना सेंटर में इलाज करवा रही है.

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