श्रीगंगानगर: जिले के सभी उपखंड क्षेत्र में निवास करने वाले बिहार के प्रवासियों को संबंधित एसडीएम द्वारा बसों से श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन तक लाया गया था. इस दौरान रेल के 22 कोच में विभिन्न नागरिकों को बिठाने की व्यवस्था की गई. रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा और मार्गदर्शन की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी. सामाजिक दूरी, मास्क लगाने तथा सार्वजनिक स्थान पर नियमों की पालना का विशेष ध्यान रखा गया.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जाने वाले बिहार के इन यात्रियों के चेहरे पर खुशी नजर आई. इन लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए काफी दिनों से इंतजार था. ऐसे में श्रमिक स्पेशल ट्रेन के द्वारा रविवार को जब इन्हें घर जाने का मौका मिला तो इनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बिहार से श्रीगंगानगर आकर मदरसे में बच्चों को शिक्षा देने वाले मौलवी हुसेन भी इस ट्रेन से रवाना हुए.
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उन्होंने बताया कि मदरसे में वे कई दिन से बच्चों को रखे हुए थे लेकिन अब लॉकडाउन के दौरान श्रमिक ट्रेन मिलने से बच्चों को लेकर अपने गांव जा जा रहे हैं. श्रमिक ट्रेन में जाने वाले इन श्रमिकों को रसद विभाग की तरफ से खाने-पीने की व्यवस्था की गई. वहीं रेलवे स्टेशन पर रेल प्रशासन द्वारा तमाम प्रकार की माकूल व्यवस्था की गई. रेल प्रशासन ने यात्रियों को बैठने से पहले पूरी रेलगाड़ी को सैनिटाइज करवाया. स्टेशन मास्टर दिनेश त्यागी ने बताया की जिला प्रशासन की मांग पर रेलवे ने श्रमिकों के लिए ट्रेन चलाई है. रेल में जाने वाले सभी श्रमिकों का किराया राज्य सरकार वहन करेगी जिसका भुगतान पहले ही सरकार की तरफ से हो चुका है.