सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). क्षेत्र के गांव गुरूसर मोडिया और 32 एमओडी के बीच सोमवार को 3 नकाबपोश बंदूक की नोक पर 2 फाइनेंस कर्मचारियों से 72 हजार 430 रुपए की नकदी लूटकर फरार हो गए. तीनों आरोपी बाइक लेकर आए थे और फाइनेंस कर्मचारियों से लूट कर फरार हो गए. सूचना मिलने पर डीएसपी विद्याप्रकाश और सदर एसएचओ पवन कुमार मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली.
जानकारी के अनुसार रावला निवासी रिंकू और राजप्रीत भारत फाइनेंस कंपनी में कार्य करते हैं. दोनों कर्मचारी सूरतगढ़ से बाइक पर सवार होकर कंपनी के रुपए की रिकवरी करने के लिए रवाना हुए.
कर्मचारियों ने बताया, कि गांव गुरुसर मोडिया, लखासर सहित अन्य गांवों और ढाणियों से ग्राहकों से रुपए लेकर वापस सूरतगढ़ कंपनी के कार्यालय में जा रहे थे.
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इस दौरान गुरुसरमोडिया और 32 एमओडी के बीच सड़क किनारे बनी डिग्गी के पास पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद सप्लेडर बाइक पर 3 नकाबपोश अज्ञात युवकों ने उन्हे रुकने का इशारा किया.
इस पर कर्मचारियों ने बाइक रोकी तो आरोपी ने रुपए से भरा बैग छीनकर मौके से फरार हो गए. इसके बाद कर्मचारियों ने कंपनी के मैनेजर को घटनाक्रम से अवगत करवाया.
मैनेजर ने सदर पुलिस को कर्मचारियों से लूट होने की जानकारी दी. जिस पर सदर एसएचओ जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. एसएचओ ने बताया, कि आरोपी पहले से लूट की साजिश बना कर आए थे. पुलिस टीम बनाकर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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डंडा दिखाकर बाइक रुकवाई, पिस्तौल दिखाकर लूटा बैग
कर्मचारियों ने बताया, कि गुरुसरमोडिया से कंपनी के रुपए लेकर सूरतगढ़ की ओर रवाना हुआ. इस दौरान बीच सड़क मार्ग पर 3 नकाबपोश युवक डंडा लेकर खड़े थे. उन्होंने बाइक को रोकने का इशारा किया तो हमने बाइक रोक दी. उनमें से एक युवक आया और उसने पिस्तौल दिखाकर पैसों से भरा बैग छीन लिया. वहीं बैग में कंपनी का रखा टैब(मोबाइल) फेंक दिया. उनमें से एक ने कहा, कि भाई एनू गोली ना मारी, डंडा तो डरा दे. इसके बाद युवक बाइक पर बैठकर गुरुसर मोडिया की तरफ फरार हो गए.
बदमाश की आयु 20-25 वर्ष, पंजाबी में बोल रहे थे
डीएसपी विद्याप्रकाश ने बताया, कि फाइनेंस कर्मचारियों से घटनाक्रम की जानकारी ली तो उन्होंने बताया, कि आरोपी आपस में पंजाबी भाषा में बोल रहे थे. वहीं उनकी आयु 20-25 वर्ष के बीच थी और अपनी पहचान छुपाने के लिए मुंह पर सफेद रंग का रुमाल बांध रखा था.
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डीएसपी ने बताया, कि दोनों कर्मचारी फाइनेंस कपंनी में नए ड्यूटी पर लगे हैं, जो इस क्षेत्र में पहली बार रिकवरी करने के लिए आए थे. लूट के दौरान दोनों इतना डर गए थे, कि जोर से चिल्ला भी नहीं सके. घटनाक्रम के बाद पुलिस ने गुरुसर मोडिया और आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाला है, लेकिन आरोपियों का सुराग नहीं लगा है.