श्रीगंगानगर. जिले के ग्रीन जोन में आने के बाद सोमवार से जिंदगी पटरी पर आने लगी है. यहां के जिला मुख्यालय पर 33% बाजार खोलने का निर्णय लिया गया था. जिसका व्यापारियों ने जमकर विरोध किया था. व्यापारियों के विरोध के बाद जिला प्रशासन ने अपना निर्णय वापस ले लिया और 33% के स्थान पर पूरा बाजार खोलने की अनुमति दे दी है.
प्रशासन ने रखी यह शर्त :
- दुकानदारों और ग्राहकों को मास्क हर हाल में लगाना होगा.
- दुकानदारों को सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी.
- मास्क नहीं लगाकर आने वाले ग्राहकों को सामान नहीं देना होगा.
- जिला ग्रीन जोन में है. लेकिन लोगों की दुकानों पर ज्यादा भीड़ नहीं होनी चाहिए.
श्रीगंगानगर ग्रीन जोन में आने के बाद जिला मुख्यालय पर 33 प्रतिशत दुकानें खोलने के फैसले का विरोध करते हुए व्यपारियों ने एसडीएम उमेद सिंह रत्नू से मुलाकात की थी. व्यापारियों ने एसडीएण को अवगत करवाया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन के कारण काम धंधे वैसे ही चौपट हो गए हैं. ग्रीन जोन वाले जिलों में अन्य स्थानों पर पूरे बाजार खोले जा रहे हैं. तो वहीं श्रीगंगानगर जिले की सभी मंडियों में निर्धारित अवधि के लिए पूरे बाजार खोले जा रहे हैं. लेकिन जिला मुख्यालय पर 33% दुकानें खोलने का जो फार्मूला अपनाया जा रहा है, वह तर्कसंगत नहीं है.
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व्यापारियों ने प्रशासन से ये भी कहा कि या तो सारा बाजार खोले या पूरा बंद करे. कुछ दुकान खुलेगी और कुछ नहीं खुलेगी तो इसका उनके कारोबार पर उल्टा असर पड़ेगा. एसडीएम उमेद सिंह रत्नु से बातचीत के बाद व्यापारियों ने जिला कलेक्टर से भी मुलाकात की थी और उन्हें अपनी समस्या बताई थी. वार्ता के बाद जिला प्रशासन ने नियमों का पालन करने की शर्त पर पूरा बाजार खोलने की अनुमति दे दी है.