श्रीगंगानगर. प्रसिद्ध उद्योगपति, राजनेता और दानदाता बीडी अग्रवाल का सोमवार की सुबह निधन हो गया. अग्रवाल गिरने से घायल हो गए थे. साथ ही वे कोरोना पॉजिटिव भी थे. जिसके बाद उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
बता दें कि अग्रवाल गत दिनों जयपुर में गिरने से घायल हो गए थे. जयपुर के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. इस दौरान वह कोरोना के भी शिकार हो गए. वहां उनकी स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण उनको मेदांता अस्पताल गुड़गांव ले जाया गया, जहां सोमवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया. अग्रवाल ने श्रीगंगानगर में अपनी ग्वार गम कंपनी के माध्यम से उद्योग जगत में ऊंचाइयां छूई थी. उन्हे श्रीगंगानगर में पहली निर्यातक कंपनी बनाने का श्रेय जाता है.
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अग्रवाल ने जमीदारा पार्टी के माध्यम से राजनीति में भी धाक जमाई और पिछले विधानसभा चुनाव में उनके राजनीतिक कौशल से जमींदारा पार्टी के दो विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे. श्रीगंगानगर में उनकी बेटी कामिनी जिंदल और रायसिंहनगर से सोना देवी बावरी ने चुनाव जीता था. बीडी अग्रवाल श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए 100 करोड़ का दान देकर देशभर मे सुर्खियों में रहे थे.
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वहीं अचानक उनकी मौत की खबर सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया. श्रीगंगानगर में शोक की लहर दौड़ गई. बीडी अग्रवाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सिवानी हरियाणा में किए जाने की खबर है. अग्रवाल की पुत्री पूर्व विधायक कामिनी जिंदल और उनके दामाद आईपीएस गंगनदीप सिंगला मृत्य से पहले अंतिम समय में उनके साथ हॉस्पीटल में थे.