श्रीगंगानगर. शहर से निकलने वाली A माइनर नहर पर अतिक्रमण करके गुरुद्वारा बनाने और तथ्य छुपाकर फर्जी पासपोर्ट बनवाया गया है. मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर सिख समाज के लोगों ने बुधवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. साथ ही आरोप लगाया गया है कि नहर पर कब्जा कर गुरुद्वारे का निर्माण किया गया है. ऐसे में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी कब्जाधारियों के खिलाफ जिला प्रशासन मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं कर रही है.
सिख धर्म के अनुसार कब्जे के स्थान पर गुरुग्रंथ साहब का प्रकाश नहीं किया जा सकता. लेकिन पिछले कुछ सालों से गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी की जा रही है. ऐसे में समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी करने वाले दोषियों के खिलाफ पुरानी आबादी थाना में साल 2016 में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया था. लेकिन अधिकारियों ने दोषियों के विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नहीं करके कानून की धज्जियां उड़ाई है.
वहीं समाज के लोगों ने कहा कि तेजिंदरपाल सिंह टिम्मा नामक व्यक्ति फर्जी पासपोर्ट बनावाकर विदेशों में कई बार घूमने गया है जो फर्जी पासपोर्ट बनवाने की जांच रिपोर्ट में दोषी है. मगर पुलिस फिर भी कार्रवाई नहीं कर रही है. समाज के लोगों ने बताया कि साल 2014 में 11 जी गांव के गुरुद्वारे में आग लगाने के मामले में दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
गुरुग्रंथ साहब की मूर्ति चोरी करने वालों को भी पुलिस ने अभी तक नहीं पकड़ा है. सिख समाज के लोगों ने कहा कि इन सभी घटनाओं से सिख समाज आहत है. ऐसे में जल्द ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया तो समाज के लोग 20 जून से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और पुलिस की होगी.