श्रीगंगानगर. जिले में गेहूं के समर्थन मूल्य पर हो रही खरीद का उठाव नहीं होने व बारदाना की कमी के चलते छात्र संगठनों व किसान संगठनों ने भारतीय खाद्य निगम (Food Corporation of India) पर प्रदर्शन किया. धान मंडी में उठाव नहीं होने के कारण किसानों का भुगतान नहीं हो रहा है. जिसके चलते किसान दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं.
आक्रोशित किसानों व प्रदर्शनकारियों ने FCI अधिकारियों पर आरोप लगाया कि अधिकारी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इसके चलते किसानों का भुगतान 2 माह बाद भी नहीं हो पाया है.
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जिलेभर की धान मण्डियों में FCI के माध्यम से खरीदे गए गेहूं का उठाव नहीं होने से मण्डियों में अब खुले में माल पड़ा है. मौसम मे बदले मिजाज के चलते गेहूं भीगने का डर बना हुआ है. भुगतान नहीं होने से किसानों के सामने फसल बुवाई का संकट भी आ गया है.
वहीं बारदाना की कमी के चलते गेहूं खरीदी में देरी हो रही है. आक्रोशित किसानों ने आरोप लगाया है कि FCI अधिकारी बारदाना मंगवाने के प्रति गम्भीर नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि FCI ने धानमण्डियों में जो गेहूं खरीदा है उसमें बारदाना नहीं है. किसानों की फसल खुले में पड़ी है.
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वहीं मानसून सक्रिय होने से बारिश का मौसम है. किसान का गेहूं दिन प्रतिदिन खराब हो रहा है. ऐसे में किसान परेशान हैं. श्रीगंगानगर के किसान संगठनों व जागरुक युवाओं ने FCI का घेराव किया है. संगठनों ने मांग की है कि FCI खुले में पड़ा गेहूं गोदामों में भेजे ताकि किसान का गेहूं भीगने से बच सके. वहीं किसानों को जल्दी ही भुगतान करवाया जाए साथ ही बारदाना उपलब्ध करवाया जाए.