श्रीगंगानगर. पंजाब से गंगनहर में आ रहे सिंचाई के पानी पर डाका डाला जा रहा है. ये डाका कहीं और नहीं बल्कि पंजाब में डाला जा रहा है. वहां के किसानों की ओर से राजस्थान के किसानों के हिस्से का पानी बीच में ही ले लिया जा रहा है. ऐसे में जिले के किसानों की फसलों में पानी नहीं मिलने से फसलें बर्बादी की कगार पर हैं. गंगनहर में पूरे पानी की मांग को लेकर किसानों ने बुधवार को एक बार फिर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर हंगामा किया. इस दौरान पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी हुई.
कलेक्ट्रेट परिसर में किया प्रदर्शन
अपने हक का पानी नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने अखिल भारतीय किसान सभा, किसान आर्मी, जय किसान आंदोलन, किसान संघर्ष समिति और किसान दल के बैनर तले जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन से पहले हुई बैठक में किसानों ने पंजाब से पूरा पानी दिलवाने का दावा करने वाले जनप्रतिनिधियों और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की निंदा की. सभी किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर नारेबाजी की.
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किसानों ने लगाया जाम
जिला कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों ने घंटों तक जाम लगाकर रखा. यहां भी किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर पंजाब के अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है. किसानों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि अधिकारी पूरा पानी लाने के प्रयास का झूठा दावा कर रहे हैं. जबकि पंजाब में धान की बुआई के लिए राजस्थान के हिस्से का पानी रोक कर इस्तेमाल किया जा रहा है. किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है.
गंगनहर के सिंचित क्षेत्र में आने वाले किसानों ने आक्रोश प्रकट करते हुए उनके हिस्से के पानी का पंजाब में इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की है. आक्रोशित किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा है. किसानों ने कहा कि अगर पंजाब से गंगनहर में पूरा पानी नहीं दिलवाया गया तो किसान सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे.