सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने राज्य की गहलोत सरकार को किसान विरोधी बताया है. साथ ही समर्थन मूल्य के मामले में सरकार पर किसानों के साथ छलावा करने का भी आरोप लगाया है. दरअसल, राठौड़ बुधवार को सूरतगढ़ की विश्नोई धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि कृषि मूल्य आयोग की सिफारिश के आधार पर किसान को लागत का 50 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक मिनिमम प्राइस तय करने का जो फैसला आयोग ने किया है, उसे राज्य के मुख्यमंत्री ने महत्वहीन मानते हुए लागू नहीं किया. उन्होंने कहा कि पिछले 40 साल से प्रदेश और देश में कांग्रेस की सरकार रही है. लेकिन इस सरकार ने कभी भी आयोग की सिफारिशों के आधार पर समर्थन मूल्य तय नहीं किया.
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उन्होंने मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे किसान और देश का आम आदमी आत्मनिर्भर तो बनेगा ही. इसके साथ-साथ किसान अपनी फसलों का उचित मूल्य भी प्राप्त कर सकेगा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज देश की जनता के लिए घोषित किया जो आज तक आजाद भारत में किसी भी सरकार ने किसी महामारी में घोषित नहीं किया है.
वहीं, चूरू थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले पर बोलते हुए राठौड़ ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी सीबीआई जांच की मांग की है. लेकिन बड़े आश्चर्य की बात है कि गहलोत इस मामले में पूरी तरह संवेदनहीनता का परिचय दे रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो वे लॉकडाउन की पालना करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से सरकार की इस कार्रवाई का विरोध करेंगे. बता दें कि राजेंद्र सिंह राठौड़ बुधवार को विष्णुदत्त विश्नोई के लूणेवाला गांव में उनके निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए गए हुए थे.