श्रीगंगानगर. जिले में डेंगू का कहर थम नहीं रहा है अब तक डेंगू से एक युवक की जान जा चुकी है. ठंड बढ़ने के बाद भी मच्छरों का प्रकोप अभी तक थमता नजर नहीं आ रहा है. जिले में मच्छर जनित डेंगू के चार और रोगी मिलने से डेंगू रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है. स्वास्थ्य विभाग को जिला अस्पताल की लैब से चार व्यक्तियों को डेंगू रोग होने की रिपोर्ट मिली है. इससे अब तक डेंगू रोगियों की संख्या 74 हो चुकी है. 4 नए रोगियों में एक श्रीगंगानगर शहर, दूसरा विजयनगर और दो अन्य सीमावर्ती पंजाब के बताए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने पिछले दिनों उम्मीद जताई थी कि इस बार बरसात कम होने से मच्छर ज्यादा नहीं होंगे. ठंड बढ़ने से डेंगू रोगी भी नहीं होंगे. डेंगू इस बार जानलेवा भी साबित हो चुका है. पिछले दिनों शहर में एक युवक की डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है. गत वर्ष जिले में डेंगू के 282 रोगी थे. जिसमें से 4 की मौत हो चुकी थी. वहीं लगातार डेंगू रोगी सामने आने के बाद इलाके में सर्वे करने और मच्छर मार दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गिरधारी लाल मेहरडा ने बताया कि डेंगू रोगीयों की संख्या बढ़ने से विभाग चिंतित है और एडीज मच्छर को मारने के लिए सप्रे के साथ-साथ निचली बस्तियों में छिड़काव करवाया जा रहा है. ताकि डेंगू मच्छर को पनपने ना दिया जाए.
पढ़ें- जयपुरः प्रशासन ने हटाया अस्थाई अतिक्रमण, हल्के-फुल्के हुए विरोध
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर में फॉगिंग मशीनों को सक्रिय करके नगर परिषद क्षेत्र में लगातार फागिंग करवाई जा रही है. साथ ही लोगों के घरों में रुके हुए पानी को रुकने ना देने के निर्देश देकर मच्छर को पनपने नहीं देने के लिए जागरुक किया जा रहा है. चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग भले ही डेंगू रोगियों की संख्या पर रोक लगाने के लिए लाख दावे कर रहे हैं. लेकिन, लगातार डेंगू रोगी सामने आने से विभाग के द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.