श्रीगंगानगर. जिले में बुधवार को पंचायत समिति के सभा हॉल में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई. जहां बैठक में विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि कोविड-19 को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में किए जा रहे सर्वें के कार्य को गति देने के लिए ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी टीम बनाकर गांवों में जाए और टीम के सदस्यों के साथ ग्रामीणों से मिले. जिससे किसी नागरिक को कोई परेशानी है या दवा नहीं मिली है तो उसका समाधान होगा. नागरिकों में एक संदेश जाएगा कि उनकी पीड़ा के समय सरकार उनके साथ है.
विधायक ने कहा कि जब भी अधिकारी गांव में जाए, वे अधिक भीड़ नहीं करे. कोविड गाइडलाइन की पालना के लिए ग्रामीणों को बताया जाए और जो गांव में खांसी, बुखार के रोगी है, उन्हें मेडिकल किट मिली या नहीं की जानकारी ले. जिन लोगों को मेडिकल किट नहीं मिली है, उन्हें मौके पर ही उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि ऐसे सामान्य रोगी जो मेडिकल किट से ठीक हो सकते है, जिससे जिला मुख्यालय पर रोगियों का दवाब कम होगा.
पढ़ें- गहलोत खेमे में बगावती सुर : एक और असंतुष्ट विधायक ने अपनी ही सरकार के मंत्री को घेरा, भेदभाव के आरोप
गौड़ ने कहा कि गंगानगर विधानसभा क्षेत्र में बड़े-बड़े गांवों के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का भी टीम के सदस्य दौरा करें और जो चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाएं दे सकते है, वो देखें, जिससे आवश्यक उपकरण और संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे, ताकि ग्रामीणों को अपने गांव में ही या आसपास अच्छी चिकित्सा सुविधा सुलभ हो सके. चिकित्सा के क्षेत्र में उपकरण या दवा इत्यादि को लेकर आर्थिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है. चिकित्सा तंत्र को मजबूत किया जा रहा है, जिससे आमजन को इसका लाभ मिले.
विधायक गौड़ ने कहा कि कुछ दिन पूर्व कोविड-19 के रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के कारण ऑक्सीजन की मांग बढ़ने के कारण थोड़ी परेशानी जरूर आई, लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एकजुट होकर मेहनत की, जिसके कारण किसी भी रोगी को ऑक्सीजन का अभाव नहीं आने दिया. वर्तमान में जिले भर में ऑक्सीजन गैस और दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है.
उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर जिला चिकित्सालय सहित निजी क्षेत्र में भी ऑक्सीजन उत्पादन और फिलिंग का कार्य गति पर है. गौड़ ने कहा कि कोविड-19 के कारण हमने कई नागरिकों को खोया है, मैं उन सभी मृत नागरिकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि जिस परिवार को कोई सदस्य कोविड के कारण चला गया, उसका मुझे बेहद दुख है, जो नागरिक चला गया, उस परिवार पर जो गुजरी है, वह तो वे लोग ही जानते है, लेकिन मैं इस दुख की घड़ी में उन परिवारों के साथ हूं
विधायक ने कहा कि राज्य सरकार ने निर्देश जारी किये है कि जिन बच्चों के माता-पिता की कोविड-19 के कारण मृत्य हो गई है. ऐसे 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को पालनहार योजना का लाभ दिया जाएगा. गौड़ ने कहा कि ब्लॉक स्तरीय अधिकारी यह संदेश नीचे ग्राम स्तर तक पहुंचाए कि ऐसे परिवारों को चिन्हित कर बच्चों को पालनहार योजना के आवेदन पत्र भरवाए.
उन्होंने कहा कि एक अधिकारी अगर पांच-पांच का लक्ष्य पूरा करते है, तो ब्लॉक में शायद ही कोई बच्चे पालनहार योजना से वंचित रहेंगे. उपखण्ड अधिकारी उम्मेद सिंह रतनू ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जो 8 जून तक की गाइडलाइन जारी की है, इस दौरान अधिकारियों को अधिक मेहनत की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जिस नागरिक की कोविड से मृत्यु हुई है, उसका निर्धारित प्रपत्र भरवाया जाए, जिससे ट्रेकिंग में किसी तरह का गेप नहीं रहे.
पढ़ें- कोरोना अपडेटः 24 घंटे में 2.08 लाख नए मामले, 4,157 मौत, जानें राज्यों के हाल
उन्होंने कहा कि मेडिकल किट बुखार, खांसी और आईएलआई रोगियों के लिए उपयोगी है. गांव में जो भी इस तरह के रोगी मिलते है, उन्हें मेडिकल किट अवश्य दिलवाए. उन्होंने कहा कि अधिकारियों का प्रयास रहना चाहिए कि ऐसे रोगियों को चिन्हित कर मेडिकल किट अवश्य दें.