श्रीगंगानगर. केंद्र सरकार ने कुछ नियमों के साथ देश में लॉकडाउन 4 की घोषणा कर दी है. लेकिन साधुवाली छावनी में अभी भी सारे नियम लॉकडाउन 1 के चल रहे हैं. जिसकी वजह से छावनी में जरुरत की सामग्री की कालाबाजारी बढ़ गई है. ऐसे में छावनी में रहने वाले कार्मिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर साधुवाली छावनी की एम.ई.एस. सिविलियन वर्कर्स और एंप्लाइज यूनियन ने कलेक्टर को ज्ञापन भेजकर लॉकडाउन के दौरान मचाई जा रही लूट पर रोक लगाने की मांग की है.
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साधुवाली छावनी में रहने वाले कर्मचारियों ने समस्याओं के संदर्भ में कलेक्टर को भेजे ज्ञापन में कहा है कि, साधुवाली छावनी में MES सिविल कर्मचारी यहां बने क्वार्टरों में रह रहे हैं. उनकी सबसे बड़ी परेशानी है कि, कैंट इलाके में सब्जी और राशन सामग्री के मनमाने भाव लगाए जा रहे हैं. वहीं, एमईएस कर्मचारियों को मेडिकल की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. अगर वो बाहर जाना चाहें तो उन्हें छावनी मुख्यालय से अनुमति लेने को कहा जाता है.
अनुमति लेने में कम से कम 3 से 4 घंटे का समय लगता है. लेकिन छावनी में कार्यरत अधिकारियों को इस व्यवस्था में शामिल नहीं रखा गया है. अधिकारी जब भी चाहे सरकारी गाड़ी, जिप्सी और कार लेकर बाजार में बेरोक-टोक आ जा रहे हैं. साधुवाली एमईएस के कर्मचारियों के पास बाइक और अन्य गाड़ियों के लिए पेट्रोल-डीजल लाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, कर्मचारियों को बाहर जाने नहीं दिया जा रहा जबकि, मनरेगा में काम करने वाले करीब 200 व्यक्तियों की रोजाना छावनी में आने-जाने की व्यवस्था की गई है.
छावनी के क्वार्टरों में रह रहे इन कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने की व्यवस्था के लिए यूनियन ने जिला कलेक्टर के साथ-साथ सेना मुख्यालय नई दिल्ली, स्टेशन मुख्यालय श्रीगंगानगर, कमांडर वृक्ष इंजीनियर श्रीगंगानगर और दुर्ग अभियंता श्रीगंगानगर को भी ज्ञापन भेजकर गुहार लगाई है.