सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). जिले के सूरतगढ़ में केंद्रीय राज्य फार्म में लग रहे सौर ऊर्जा प्लांट के पास काटे गए राज्य वृक्ष खेजड़ी के पेड़ों का प्रकरण गहरा गया है. इस प्रकरण को लेकर मंगलवार को एडीएम सूरतगढ़ और तहसीलदार रायसिंहनगर ने मौका मुआयना किया. वहीं, बिश्नोई समाज के लोगों ने प्रकरण में निष्पक्ष जांच और संलिप्त आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की.
जानकारी के अनुसार केंद्रीय राज्य फार्म जैतसर में 160 मेगावाट सोलर सिस्टम लगाने की एवज में ठेकेदार की ओर से खेजड़ी के वृक्षों को काट दिया गया था, जिसको लेकर बिश्नोई समाज ने विरोध जताया था. डाबला बिश्नोई मंदिर के प्रधान दलीप सिगड़, बिश्नोई मंदिर जैतसर के सचिव अनिल थालोड़, मुकेश सुथार, हरबंस खीचड़ और मनसुख गोदारा सहित अन्य ग्रामीण केंद्रीय राज्य फार्म पहुंचे और काटे गए वृक्षों को चिन्हित किया.
एडीएम अशोककुमार मीणा और तहसीलदार अमरसिंह धनकड़ भी केंद्रीय राज्य फार्म पहुंचे. बिश्नोई समाज के लोगों ने उन्हें काटे गए वृक्षों के ठूठ दिखाए. मौके पर पहुंचे पटवारियों ने गिनती का कार्य शुरू किया. बिश्नोई समाज के रामस्वरूप बिश्नोई ने एडीएम को बताया कि फार्म क्षेत्र में काटे गए खेजड़ी के वृक्षों में फार्म प्रशासन के सुरक्षाकर्मी भी संलिप्त है.
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ठेकेदार ने अनाधिकृत रूप से खेजड़ी के पेड़ काट कर उन्हें उठा दिया. एडीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लिया और तहसीलदार के साथ काटे गए खेजड़ी वृक्षों की जांच की. इस दौरान 75 से अधिक कटे हुए पेड़ों की संख्या सामने आई है.
एडीएम ने बताया कि राज्य वृक्ष खेजड़ी के पेड़ काटने पर पूर्णतया पाबंदी है, फिर भी अनाधिकृत रूप से पेड़ों को काटा गया है. उन्होंने मौके पर फार्म अधिकारियों को बुलाकर जानकारी ली. अधिकारियों ने बताया कि प्रकरण को लेकर कलेक्टर को जानकारी भिजवाई जाएगी. वहीं, वन विभाग को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा.