सिरोही. जिले के शिवगंज स्थित पंचदेवल में कुआं ढहने से मजदूर के मौत के मामले में परिजनों ने शव बाहर निकालने के बाद धरना देकर मुआवजे की मांग की. परिजनों का कहना था की परिवार में इकलौता कमाने वाला था. इसलिए परिजनों ने आर्थिक मदद देने की मांग की. इसके बाद वहां मौजूद जनप्रतिनिधि की समझाइश के बाद परिजन माने.
जिले के शिवगंज स्थित पंचदेवल में मंगलवार को कुआं ढहने से एक मजदूर दब गया था, जिसके शव को 45 घंटे बाद गुरुवार सुबह निकाला गया. शव निकालने के बाद भील समाज के लोग और परिजन मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए और शव उठाने के इंकार कर दिया.
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मामले की जानकारी के बाद प्रशासन ने समझाइश के लिए स्थानीय सरपंच नारायण रावल को वार्ता के लिए भेजा. इस दौरान भील समाज ने 5 लाख की आर्थिक मदद और 5 बीघा भूमि खेती के लिए देने की मांग की. वार्ता के 4 दौर चले जिसके बाद सहमति बनी और परिजन शव उठाने पर राजी हुए.
आल्पा सरपंच नारायण रावल ने बताया कि सहमति के तौर पर राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजना से 3 लाख रुपए, खेत मालिक से आर्थिक सहायता के रूप में 2 लाख और सरपंच ने खुद के स्तर पर 50 हजार देने पर परिजन राजी हुए. इसके बाद शव को मोर्चरी में रखवाया गया. वहीं, शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा जाएगा.