सिरोही. मालगाड़ी से स्कूली छात्रा की मौत के मामले में परिजनों ने संदेह जताया है. परिजन लगातार मामले की जांच को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद तीसरे दिन परिजन शव उठाने पर राजी हुई.
क्या है पूरा मामला
सिरोही के पिण्डवाड़ा थाना क्षेत्र स्थित पिण्डवाड़ा व केशवगंज के बीच सोमवार को स्कूली छात्रा की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई थी. परिजनों ने मौत पर संदेह जाहिर करते हुए मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की. पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन बुधवार को शव उठाने पर राजी हुए. 11वीं कक्षा की छात्रा का शव केशवगंज के बीच पटरी पर मिला था. जिसके बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी थी. पुलिस प्रथम दृष्टिया मालगाड़ी की चपेट में आने से छात्रा की मौत का मामला मानकर चल रही है. परिजनों की तरफ से जांच की मांग के बाद पुलिस ने मौके से एफएसएल की टीम बुलाकर साक्ष्य जुटाए.
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14 राज्यों और 250 शहरों में सर्च अभियान...तब जाकर पुलिस के हत्थे चढ़ा पपला
राजस्थान सरकार व पुलिस के लिए पपला को पकड़ना चुनौती बन गई थी. जिस पर जांच राजस्थान एसओजी को सौंपी गई, लेकिन डेढ़ साल में पपला को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमों को पूरे देश में 14 राज्यों सहित 250 छोटे-बड़े शहरों की तलाश ली गई. आखिरकार बदमाश पुलिस को कब तक गच्चा देता और एक दिन बहरोड़ हवालात कांड का मुख्य आरोपी विक्रम उर्फ पपला महाराष्ट्र के कोल्हापुर से राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जिसको 27 जनवरी को पकड़ कर राजस्थान लाया गया.