सिरोही. जानकारी के अनुसार आबूरोड शहर में पुराना समपार रेलवे फाटक के दूसरी और गांधीनगर क्षेत्र के साथ ही रेलवे कॉलोनी चांदमारी महावीर टॉकीज रोड अंबिका कॉलोनी गणेश कॉलोनी प्रेम नगर आधी आबादी स्थित है. ऐसे में शहर की करीब एक चौथाई आबादी निवास करती है. बीते सालों में इस रूट पर गुड्स एवं पैसेंजर ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी के चलते हर 5 से 10 मिनट बाद फाटक को बंद करना पड़ता था. इस पर वहां ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिली गांधीनगर की तरफ पांच पिलर खड़े कर दिए गए, लेकिन रेलवे की ओर से सड़क एवं निर्माण निगम की ड्राइंग व डिजाइन में हर बार खामी बता फाइल लौटा दी गई. अधिकारियों की मानें तो अगस्त 2017 में आखिरी बार डिजाइन में संशोधन का रेलवे के अधिकारी को भेजी गई. लेकिन इसके बाद रेलवे की ओर से कोई जवाब नहीं आया जिसके चलते और ओवरब्रिज का काम अटका हुआ है.
वहीं पूरे मामले को लेकर आबूरोड नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश जिंदल ने बताया कि रेलवे अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है. शहर की करीब आधी आबादी गांधीनगर में निवास करते हैं. ऐसे में उन्हें काफी दूरी तय करनी पड़ती है. रेलवे द्वारा ड्राइंग व डिजाइन स्वीकृति होने के चलते हैं और ब्रिज का काम अटका हुआ पड़ा है. पूरे मामले को लेकर रेलवे मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है. पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके चलते शहरवासियों में रोष व्याप्त है.
सिरोही में रेलवे की लापरवाही में अटका ओवर ब्रिज प्रोजेक्ट
जिले के सबसे बड़े शहर आबूरोड में शहर और गांधीनगर क्षेत्र को जोड़ने वाला ओवर ब्रिज अभी खामियों की वजह से अटका पड़ा हुआ है. इस ओवर ब्रिज की ड्राइंग और डिजाइन को रेलवे ने चार बार ठुकरा दिया और हर बार सड़क विकास और निर्माण निगम में इसमें संशोधन कर भेजा. लेकिन इस मामले को लेकर अगस्त 2017 से रेलवे की ओर से ना तो जवाब दिया गया और ना ही इसको लेकर आ गई कार्रवाई की गई. ऐसे में डेढ़ साल से 24 करोड का यह प्रोजेक्ट अटका पड़ा है.
सिरोही. जानकारी के अनुसार आबूरोड शहर में पुराना समपार रेलवे फाटक के दूसरी और गांधीनगर क्षेत्र के साथ ही रेलवे कॉलोनी चांदमारी महावीर टॉकीज रोड अंबिका कॉलोनी गणेश कॉलोनी प्रेम नगर आधी आबादी स्थित है. ऐसे में शहर की करीब एक चौथाई आबादी निवास करती है. बीते सालों में इस रूट पर गुड्स एवं पैसेंजर ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी के चलते हर 5 से 10 मिनट बाद फाटक को बंद करना पड़ता था. इस पर वहां ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिली गांधीनगर की तरफ पांच पिलर खड़े कर दिए गए, लेकिन रेलवे की ओर से सड़क एवं निर्माण निगम की ड्राइंग व डिजाइन में हर बार खामी बता फाइल लौटा दी गई. अधिकारियों की मानें तो अगस्त 2017 में आखिरी बार डिजाइन में संशोधन का रेलवे के अधिकारी को भेजी गई. लेकिन इसके बाद रेलवे की ओर से कोई जवाब नहीं आया जिसके चलते और ओवरब्रिज का काम अटका हुआ है.
वहीं पूरे मामले को लेकर आबूरोड नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश जिंदल ने बताया कि रेलवे अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है. शहर की करीब आधी आबादी गांधीनगर में निवास करते हैं. ऐसे में उन्हें काफी दूरी तय करनी पड़ती है. रेलवे द्वारा ड्राइंग व डिजाइन स्वीकृति होने के चलते हैं और ब्रिज का काम अटका हुआ पड़ा है. पूरे मामले को लेकर रेलवे मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है. पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके चलते शहरवासियों में रोष व्याप्त है.
एंकर सिरोही जिले के सबसे बड़े शहर आबूरोड में शहर और गांधीनगर क्षेत्र को जोड़ने वाले ओवर ब्रिज अभी खामियों की वजह से अटका पड़ा हुआ है इस ओवर ब्रिज की ड्राइंग और डिजाइन को रेलवे में चार बार ठुकरा दिया और हर बार सड़क विकास और निर्माण निगम में इसमें संशोधन कर भेजा लेकिन इस मामले को लेकर अगस्त 2017 से रेलवे की ओर से ना तो जवाब दिया गया और ना ही इसको लेकर आ गई कार्रवाई की गई ऐसे में डेढ़ साल से 24 करोड का यह प्रोजेक्ट अटका पड़ा है
Body:जानकारी के अनुसार आबूरोड शहर में पुराना समपार रेलवे फाटक के दूसरी और गांधीनगर क्षेत्र के साथ ही रेलवे कॉलोनी चांदमारी महावीर टॉकीज रोड अंबिका कॉलोनी गणेश कॉलोनी प्रेम नगर आधी आबादी स्थित है ऐसे में शहर की करीब एक चौथाई आबादी निवास करती है बीते सालों में इस रूट पर गुड्स एवं पैसेंजर ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी के चलते हर 5 से 10 मिनट बाद फाटक को बंद करना पड़ता था इस पर वहां ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिली गांधीनगर की तरफ पांच पिलर खड़े कर दिए गए लेकिन रेलवे की ओर से सड़क एवं निर्माण निगम की ड्राइंग व डिजाइन मैं हर बार खामी बता कर फाइल लौटा दी गई अधिकारियों की मानें तो अगस्त 2017 में आखिरी बार डिजाइन में संशोधन का रेलवे के अधिकारी को बिजी गई लेकिन इसके बाद रेलवे की ओर से कोई जवाब नहीं आया जिसके चलते और ओवरब्रिज का काम अटका हुआ है
Conclusion:वहीं पूरे मामले को लेकर आबूरोड नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश जिंदल ने बताया कि रेलवे अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है शहर की करीब आधी आबादी गांधीनगर में निवास करते हैं ऐसे में उन्हें काफी दूरी तय करनी पड़ती है रेलवे द्वारा ड्राइंग व डिजाइन स्वीकृति होने के चलते हैं और ब्रिज का काम अटका हुआ पड़ा है पूरे मामले को लेकर रेलवे मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके चलते शहरवासियों में रोष व्याप्त है।
बाइट। सुरेश सिंदल ,पालिकाध्यक्ष आबूरोड