सिरोही. कोरोना के कारण अभी तक दफ्तर वर्क फ्रॉम होम और क्लास ऑनलाइन क्लास में तब्दील हुए हैं लेकिन अब कोरोना के कारण शादी भी हाईटेक हो गई है. सिरोही के आबूरोड में एक ऑनलाइन शादी हुई, जिसमें 400 किमी दूर बैठे पंडित ने वीडियो कॉलिंग के जरिए शादी करवाई.
कोरोना के कारण आम जीवन शैली में भारी बदलाव आया है. बच्चों के क्लास लैपटॉप में कैद हो गए हैं. वहीं दफ्तर भी लैपटाप पर घर में सिमट गया है. कोरोना के कारण शादी समारोह में भीड़ भी पाबंद कर दी गई है लेकिन आबूरोड में हाईटेक शादी हुई. आबूरोड के गांधीनगर निवासी रमेशचंद्र कश्यप की बेटी निशा का विवाह गुजरात के डीसा निवासी मोहित से सोमवार को हुआ. शादी समान्य रूप से ही करवाई जा रही थी लेकिन जिस पंडित को मंत्र पढ़ाने थे, वो कोरोना गाइडलाइन और सख्ती के कारण शादी करवाने नहीं आ सके. ऐसे में बिन पंडित फेरे कैसे होते. इसी बीच निशा के घरवालों को परिचितों ने अजमेर के किशनगढ़ निवासी पंडित सत्येंद्र शर्मा के बारे में बताया. जिसके बाद कोई चारा न देखकर पंडित सत्येंद्र शर्मा से संपर्क किया गया.
यह भी पढ़ें. बांसवाड़ा की सीता और गीता को भाया एक ही दूल्हा, एक ही मंडप में लिए 7 फेरे, मंत्री तक कर चुके हैं ये काम
परिजनों की सहमति से वीडियो कॉल पर हुई शादी
पंडित सत्येंद्र शर्मा ने भी किशनगढ़ से आने में असमर्थता जताई. जिसके बाद उन्होंने वीडियो कॉलिंग के जरिए शादी करवाने की बात रखी. जिसपर दूल्हा और दुल्हन दोनों के परिजनों ने सहमति जाहिर की. महूर्त के अनुसार सोमवार दोपहर तीन बजे पंडित सत्येंद्र शर्मा को वीडियो कॉल किया गया. मंडप में हवनकुंड में अग्नि को साक्षी मानकर पंडित ने ऑनलाइन वैदिक संस्कार के साथ मन्त्र पढ़कर करीब तीन घंटे में शादी करवाई. इस दौरान पंडित वीडियो कॉल के जरिए जो बता रहे थे, दूल्हा-दूल्हन ने वैसे ही रस्म निभाया. जिसके बाद पंडित ने वीडियो कॉल पर दूल्हे-दुल्हन को सात फेरे दिलवाए.
पंडित सत्येंद्र शर्मा ने बताया की कोरोना काल के चलते पहली बार उन्होंने ने ऑनलाइन शादी करवाई है. इससे पूर्व वे धार्मिक आयोजन ऑनलाइन करवा चुके हैं. इस शादी में सभी रस्म वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न करवाई गई.