सिरोही. जिले में रविवार सुबह से बारिश का दौर जारी है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिले में पिंडवाड़ा तहसील के लौटाना गांव में तालाब की पाल टूट गई, जिसके चलते सारा पानी गांव में आ गया. इस दौरान गांव के कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा.
वहीं, पिंडवाड़ा के ही रोहिड़ा गांव में सुकली नदी अपने पूरे रफ्तार से बह रही है, जिसके चलते 6 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है. आबूरोड में रेवदर मार्ग चनार और बगेरी बांध ओवरफ्लो होने के बाद झाबुआ नदी भी कुछ देर तक उफान पर रही, जिसके चलते करीब 2 घंटे तक आबूरोड-रेवदर मार्ग बंद रहा. इसके बाद जब नदी का पानी उतरा तो आवागमन शुरू हुआ.
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जिले के रेवदर में भी भारी बारिश का दौर देखने को मिला, जिसके चलते रोहूआ गांव में जोगियों की ढाणी में पानी भर गया. इस दौरान कई परिवार पानी में फंस गए. सूचना मिलने पर प्रशासन मौके पर पहुंचा और एसडीआरएफ की टीम की मौके पर बुलाया गया. इस बीच मौके पर पहुंची टीम ने रेस्क्यू कर कई परिवारों को पानी से बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर भिजवाया.
बूंदी में भी मानसून की लग गई है झड़ी
बूंदी में पिछले 2 दिन से मौसम सुहाना हो रहा है. यहां शहर सहित जिलेभर में बारिश का दौर जारी है. दोपहर होने के साथ ही बूंदी जिले में बारिश का दौर शुरू हो गया. कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी है. इससे लोगों को गर्मी और उमस से भी राहत मिली. साथ में किसानों को बारिश होने के साथ उनकी फसलों को नया जीवनदान भी मिला है.
बता दें कि यह इस सीजन की अब तक की सबसे जोरदार बारिश रही है. बारिश होने के साथ जिले के बांधों में पानी की आवक देखी गई है. हाड़ौती का गोवा कहे जाने आने वाला बरधा बांध में चादर में उफान देखा गया, यहां पर पहले 1 इंच की चादर चल रही थी. तेज बारिश होने के साथ यहां 1 फीट की चादर अब चलने लगी है, जिससे बरधा बांध का खाल उफान पर है.
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पानी की आवक लगातार होने से जिले वासियों ने खुशी व्यक्त की है. साथ में किसानों के चेहरे लगातार खिलते जा रहे हैं. बारिश होने से मेज नदी भी उफान पर है, यहां जिले के झालीजी का बराना पुलिया पर मेज नदी की 4 फीट चादर चल रही है, जिससे बूंदी और गेण्डोली कस्बे का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है.
हालांकि, बूंदी में मानसून की सबसे कम बारिश इस बार देखी गई है और काफी देरी से मानसून चल रहा है. लोग बारिश नहीं होने के चलते गर्मी व उमस से परेशान है. साथ में जिले के किसानों की भी हालत खराब हो चली है. यहां पर उन्हें समय पर बारिश नहीं होने के चलते उनकी फसल खराब होने के कगार पर है. लेकिन अब धीरे-धीरे बरसात का दौर शुरू हुआ है तो किसानों और आमजन के चेहरे खिलते हुए नजर आ रहे हैं.