माउंट आबू (सिरोही). देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद सिरोही जिले के आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज संस्थान में फंसे आन्ध्र प्रदेश के 578 लोगों को लेकर रात 12 बजे आन्ध्र प्रदेश के लिए रवाना किया गया. इसमें आन्ध प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसान और अन्य व्यवसायी थे, जो 16 मार्च को ब्रह्माकुमारीज संस्थान में 20 मार्च को आयोजित होने वाले मेडिटेशन कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे.
दरअसल ये सभी लोग राजयोग ध्यान मेडिटेशन शिविर में हिस्सा लेने के लिए आबू रोड आये थे. लेकिन करोना के बढ़ते प्रकोप के कारण 20 मार्च को कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. इन लोगों की ट्रेन 24 मार्च को थी, लेकिन लॉकडाउन लगते ही सार्वजनिक यातायात के साधन बंद हो गए. इसके बाद ये लोग ब्रह्माकुमारीज में ही रुक गये. इनमें से अधिकांश लोग किसान थे. उनकी फसलों की कटाई का समय था.
पढ़ें- फंसे हुए श्रमिकों के अलावा अन्य प्रवासी धैर्य रखें : CM गहलोत
ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने गृह मंत्रालय, राजस्थान सरकार और आन्ध्र प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर ट्रेन की मांग थी, जिससे इन लोगों को भेजा जा सके. तीनों सरकारों से छुट्टी मिलने के बाद माउंट आबू एसडीएम रविन्द्र गोस्वामी, आरपीएफ तथा जीआरपी के अलावा पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में विशेष ट्रेन द्वारा इन्हें रवाना किया गया.
पढ़ें- जयपुर के SMS अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी का ट्रायल सफल, 2 मरीज हुए ठीक
रवाना होने से पूर्व सभी की स्क्रीनिंग की गई. इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरा पालन कराया गया. साथ ही उन्हें वहां जाने के बाद भी स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी गई है. इस ट्रेन में ब्रह्माकुमारीज संस्थान में फंसे आन्ध्र प्रदेश के 578 लोग और शेष सिरोही जिले के आस-पास के 48 लोग सवार हुए. कुल 616 लोगों को लेकर ये ट्रेन आन्ध्र प्रदेश के लिए रवाना हो गयी. इसके साथ ही संस्थान में रहे तेलंगाना के 90 लोग भी बसों से रवाना हो गए.