सिरोही. गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है, जिस पर कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी कर उन्हें राजस्थान-गुजरात सीमा पर स्थित आबूरोड के एक रिसोर्ट में लाया गया है. बता दें कि अब तक करीब 22 विधायकों के रिसोर्ट में ठहरने की जानकारी है.
विधायकों के ठहरने का सोमवार को दूसरा दिन है. वहीं, इन विधायकों को जयपुर ले जाने की अटकलें थी, लेकिन अब जानकारी मिली कि इन विधायकों को इसी रिसोर्ट में रखा जाएगा. 19 जून को राजस्थान में भी 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, ऐसे में प्रदेश में भी चुनाव को लेकर काफी हलचल देखी जा रही है.
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बता दें कि गुजरात में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और 3 विधायक कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास बचे हुए विधायकों को टूटने से बचाने के लिए हर तरीका अपनाया जा रहा है. गुजरात के 22 विधायकों को गुजरात सीमा से सटे प्रदेश के आबूरोड स्थित जाम्बुडी के एक निजी रिसोर्ट में लाया गया है. वहीं, रिसोर्ट में विधायकों के अलावा गुजरात कांग्रेस के नेता और स्थानीय आबूरोड के नेता भी रुके हुए हैं. शाम तक और विधायकों के रिसोर्ट में आने की संभावना है.
रिसोर्ट में ठहरने वाले विधायकों में चंदन ठाकोर, भरत ठाकोर, गनीबेन ठाकोर, शिव भाई भूरिया, गुलाबसिंह राजपूत, कांति खराडी, सीजे चावड़ा, बलदेव ठाकोर, ऋत्विक मकवाना, राजेश गोहिल, महेश पटेल, राजेंद्र सिंह ठाकोर, अश्विन कोटवाल, वजेसी पणदा, जसू भाई पटेल, नौशाद सोलंकी, लख भाई भरवाड, नाथा भाई पटेल, सुरेश पटेल, किरीट पटेल, शैलेश परमार और हिम्मत भाई पटेल शामिल हैं.