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नीमकाथाना के राजकीय अस्पताल में एक्स-रे मशीन ठप, मरीजों के सामने भारी परेशानी

नीमकाथाना के राजकीय कपिल अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से डिजिटल एक्स-रे मशीन में आग लग गई. मशीन खराब होने से दो दिन से एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं. इसकी वजह से मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

सीकर के नीमकाथाना में शॉर्ट सर्किट से एक्स-रे मशीन ठप, बना रेडीएशन का
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Published : Jul 3, 2019, 7:26 PM IST

नीमकाथाना (सीकर). सीकर के नीमकाथाना राजकीय कपिल अस्पताल में दो दिन पहले शॉर्ट सर्किट से 300MA डिजिटल एक्स-रे मशीन जल गई थी. बीते दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं. इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एक्स-रे लेब भी छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है.

रेडियोग्राफर और कार्मिकों ने एक्स-रे लेब के लिए बड़ा रूम देने की मांग की है. पीएमओ डॉ. एलएन जाटोलिया के जरिए 500MA डिजिटल एक्स-रे मशीन के लिए राज्य सरकार से मांग की गई हैं. अस्पताल की मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं. ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं.

अस्पताल में मोबाइल एक्स-रे मशीन भी काम नहीं कर रही है. सीनियर रेडीयोग्राफर सुभाष वर्मा ने बताया कि मोबाइल एक्स-रे मशीन में अर्थिंग नहीं हो रहा है. इससे मशीन में करंट फैलने का खतरा है. पिछले कई दिनों से मोबाइल एक्स-रे मशीन काम में नहीं ली जा रही है. फिलहाल एक्स-रे लेब में डेंटल एक्स-रे हो रहे हैं.

सीकर के नीमकाथाना में शॉर्ट सर्किट से एक्स-रे मशीन ठप, बना रेडीएशन का

अस्पताल में प्रतिदिन करीब 150 डिजिटल एक्स-रे जांच होती हैं. अब मरीजों को अस्पताल के बाहर निजी लेबोरेट्री से डिजिटल एक्स-रे जांच करानी पड़ रही है. निजी लेब में मरीजों से जांच के लिए 200-300 रुपये वसूल रहे हैं.

रेडीएशन का खतरा
कपिल अस्पताल का एक्स-रे लेबोरेट्री छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है. रेडियाग्राफर अर्जुनलाल सैनी ने कहा कि लेब निर्धारित मापदंडों पर खरा नहीं हैं. एक्स-रे लेब में रेडियाग्राफर और कार्मिक रहते हैं. जांच के लिए मरीजों की आवाजाही भी रहती है. ऐसे में कार्मिकों और मरीजों में रेडिएशन का खतरा बना हुआ है. मामले में पीएमओ को भी शिकायत दर्ज कराई गई है.

दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं. इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं. ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं.

नीमकाथाना (सीकर). सीकर के नीमकाथाना राजकीय कपिल अस्पताल में दो दिन पहले शॉर्ट सर्किट से 300MA डिजिटल एक्स-रे मशीन जल गई थी. बीते दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं. इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एक्स-रे लेब भी छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है.

रेडियोग्राफर और कार्मिकों ने एक्स-रे लेब के लिए बड़ा रूम देने की मांग की है. पीएमओ डॉ. एलएन जाटोलिया के जरिए 500MA डिजिटल एक्स-रे मशीन के लिए राज्य सरकार से मांग की गई हैं. अस्पताल की मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं. ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं.

अस्पताल में मोबाइल एक्स-रे मशीन भी काम नहीं कर रही है. सीनियर रेडीयोग्राफर सुभाष वर्मा ने बताया कि मोबाइल एक्स-रे मशीन में अर्थिंग नहीं हो रहा है. इससे मशीन में करंट फैलने का खतरा है. पिछले कई दिनों से मोबाइल एक्स-रे मशीन काम में नहीं ली जा रही है. फिलहाल एक्स-रे लेब में डेंटल एक्स-रे हो रहे हैं.

सीकर के नीमकाथाना में शॉर्ट सर्किट से एक्स-रे मशीन ठप, बना रेडीएशन का

अस्पताल में प्रतिदिन करीब 150 डिजिटल एक्स-रे जांच होती हैं. अब मरीजों को अस्पताल के बाहर निजी लेबोरेट्री से डिजिटल एक्स-रे जांच करानी पड़ रही है. निजी लेब में मरीजों से जांच के लिए 200-300 रुपये वसूल रहे हैं.

रेडीएशन का खतरा
कपिल अस्पताल का एक्स-रे लेबोरेट्री छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है. रेडियाग्राफर अर्जुनलाल सैनी ने कहा कि लेब निर्धारित मापदंडों पर खरा नहीं हैं. एक्स-रे लेब में रेडियाग्राफर और कार्मिक रहते हैं. जांच के लिए मरीजों की आवाजाही भी रहती है. ऐसे में कार्मिकों और मरीजों में रेडिएशन का खतरा बना हुआ है. मामले में पीएमओ को भी शिकायत दर्ज कराई गई है.

दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं. इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं. ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं.

Intro:नीमकाथाना(सीकर)
राजकीय कपिल अस्पताल में दो दिन पहले शॉर्ट सर्किट से 300MA डिजिटल एक्स-रे मशीन जल गई। बीते दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं। इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक्स-रे लेब भी छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है। रेडियोग्राफर व कार्मिकों ने एक्स-रे लेब के लिए बड़ा रूम देने की डिमांड की है। पीएमओ डॉ.एलएन जाटोलिया के जरिए 500MA डिजिटल एक्स-रे मशीन के लिए राज्य सरकार को डिमांड भेजी गई है। अस्पताल की मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं। ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं।Body:नीमकाथाना के राजकीय कपिल अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से डिजिटल एक्स-रे मशीन में आग लग गई। मशीन खराब होने से दो दिन से एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं। इसकी वजह से मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में मोबाइल एक्स-रे मशीन भी काम नहीं कर रही है। सीनियर रेडीयोग्राफर सुभाष वर्मा ने बताया कि मोबाइल एक्स-रे मशीन में अर्थिंग नहीं हो रहा है। इससे मशीन में करंट फैलने का खतरा है। पिछले कई दिनों से मोबाइल एक्स-रे मशीन काम नहीं ली जा रही है। फिलहाल एक्स-रे लेब में डेंटल एक्स-रे हो रहे हैं। अस्पताल में प्रतिदिन करीब 150 डिजिटल एक्स-रे जांच होती हैं। अब मरीजों को अस्पताल के बाहर निजी लेबोरेट्री से डिजिटल एक्स-रे जांच करानी पड़ रही है। निजी लेब में मरीजों से जांच के लिए 200 से 300 रूपएं वसूल रहे हैं।
रेडीएशन का खतरा: कपिल अस्पताल का एक्स-रे लेबोरेट्री छोटा होने से रेडीएशन का खतरा है। बकौल रेडियाग्राफर अर्जुनलाल सैनी लेब निर्धारित मापदंडों पर खरा नहीं हैं। एक्स-रे लेब में रेडियाग्राफर व कार्मिक रहते हैं। जांच के लिए मरीजों की आवाजाही भी रहती है। ऐसे में कार्मिकों व मरीजों में रेडिएशन का खतरा बना हुआ है। मामले में पीएमओ को भी शिकायत दर्ज कराई गई है।Conclusion: दो दिनों से अस्पताल में एक्स-रे नहीं हो रहे हैं। इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल एक्स-रे मशीन भी अर्थिंग नहीं होने से बंद हैं। ऐसे में भर्ती मरीजों के एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं।
बाइट: 1-रेडियोग्राफर अर्जुनलाल सैनी
2-सीनियर रेडियोग्राफर सुभाष वर्मा
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