सीकर. जिले के लक्ष्मणगढ़ जिला के गांव पचारों की ढाणी में सड़क नहीं बनने से आक्रोशित ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. इसको लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर चुनाव तक सड़क नहीं बनती है तो गांव में कोई भी मतदान नहीं करेगा.
जानकारी के अनुसार पचारों की ढाणी में आज भी कहीं से भी सड़क का जुड़ाव नहीं है. इस वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. ग्रामीणों का कहना है कि हालात यह है कि गांव में कोई भी अपनी बेटी भी नहीं देना चाहता है. इसलिए लड़कों की सगाई तक नहीं हो पा रही है. ग्रामिणों का कहना है कि सड़कें नहीं होने की वजह से गांव में कोई रिश्तेदार तक नहीं आना चाहते हैं. गांव की दर्जनों लोग जिला मुख्यालय पर आए और उन्होंने घोषणा की है कि मांग पूरा न होने पर चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
प्रदेश के पहले महावीर चक्र विजेता भी इसी गांव से
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वैसे तो सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं का अभाव है लेकिन सड़क की मांग सबसे बड़ी है. वैसे यह गांव कोई नया नहीं बसा हुआ है. यह गांव आजादी से भी पहले बसाया हुआ गांव हैं. जहां के निवासी सूबेराम चुनाराम को 1948 में जम्मूकश्मीर ऑपरेशन में वीरता दिखाने के लिये चक्र प्रदान किया गया था. विडंबना यह है कि प्रदेश में सबसे पहला महावीर चक्र पाने वाले वीर सपूत का गांव भी आज अपने लिये सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है.