सीकर. 28 अगस्त को छात्र संघ चुनाव के दौरान कन्या महाविद्यालय में मतगणना की गड़बड़ी के आरोप को लेकर छात्र-छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंची थी. यहां उन्होंने मांग की थी कि मतगणना फिर से करवाई जाए. इसी मांग को लेकर छात्र छात्राएं प्रदर्शन कर रहे थे. उसी दौरान पुलिस ने छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया था. इस लाठीचार्ज के विरोध में 30 अगस्त को माकपा ने सभा कर दोषी अधिकारियों को हटाने की मांग की थी.
इसके बाद 9 सितंबर को सीकर बंद कर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किए गए थे. साथ ही दोषी अधिकारियों को हटाने की मांग की गई थी. इसके बावजूद भी राज्य सरकार ने जब इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. तो 16 अगस्त को माकपा ने कृषि उपज मंडी में सभा कर रैली के रूप में पहले कलेक्टर बंगले का घेराव किया. महापड़ाव को धोद के पूर्व विधायक अमराराम सहित कई नेताओं ने संबोधित किया.
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गौरतलब है कि कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव डाल दिया. यह महापड़ाव आज तीसरे दिन भी जारी है. वहीं अब माकपा का धैर्य भी टूटने लगा है. माकपा ने कहा कि जल्दी अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई. तो आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. इन 2 दिनों में लगातार जिला प्रशासन और माकपा नेताओं के बीच वार्ता के दौर में चले लेकिन वार्ता विफल रही.