दांतारामगढ़ (सीकर). बाबा श्याम के लक्खी मेले के समापन के बाद ही मंदिर बंद होने के साथ कस्बे का बाजार बंद ह़ो गया था. प्रसाद व्यापारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था. जहां प्रसाद के दुकानदार के कच्चा माल और बना हुआ माल खराब होने से व्यापारियों को नुकसान हुआ. वहीं मंहगे किराये पर ले रखी दुकानों का किराया देने से भी नुकसान उठाना पड़ा.
व्यापारी नरेश रामुका ने बताया कि मार्च से बाजार बंद होने से कच्चा माल खराब हो गया जिसके चलते कस्बे के सभी व्यापारी वर्ग को आर्थिक नुकसान सहना तो पड़ा. इसके साथ ही व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी. मेला समापन के साथ ही बाजार बंद होने से व्यापारी हताश हो गया.
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व्यापारी ओमप्रकाश हरनाथका कहते हैं कि राज्य सरकार ने दुकानें खोलने का जो समय तय किया है उस पर जिला प्रशासन व राज्य सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. व्यापारियों की मांग है कि सुबह 6 बजे के बजाय सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक बाजार खोलने का समय तय किया जाना चाहिए.