नीमकाथाना (सीकर). जिले के नीमकाथाना में भराला-खालड्डा के बीच गलत तथ्यों और दस्तावेजों के आधार पर खान आवंटन और अवैध खनन को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. साथ ही मांग कि अवैध खनन रोक कर तुरंत प्रभाव से गलत तथ्यों पर आधारित खनन पट्टा निरस्त किया जाए.
बता दें, माइनिंग विभाग ने आबादी, गौशाला, हाईटेंशन लाइन होने के बावजूद खनन पट्टा आवंटित कर दिया है. बीते 3 साल पहले ग्रामीणों के विरोध पर यहां खनन गतिविधियां रोक दी गई थी. अब एक बार फिर खनन गतिविधियां शुरू होने पर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. अवैध खनन और खनन पट्टा निरस्त कराने की मांग पर करीब एक घंटे तक ग्रामीण नारेबाजी कर विरोध करते रहे.
पढ़ें-बेनीवाल के आरोपों पर यूनुस खान का पलटवार, कहा- वो क्या बोलते हैं, मैं परवाह नहीं करता
वहीं पीयूसीएल के कैलाश मीणा ने प्रशासन पर लापरवाही और ग्रामीणों की उपेक्षा करने के आरोप लगाए. मांगों पर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर पडाव शुरू करने की चेतावनी दी है. साथ ही कहा कि गलत तथ्यों पर खनन आवंटन के प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी.