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सीकरः नीमकाथाना में अवैध खनन और खान आवंटन के विरोध में एसडीम कार्यालय पर प्रदर्शन - Neemkathana Sikar news

सीकर के नीमकाथाना में भराला-खालड्डा के बीच अवैध खनन और गलत तथ्यों पर खनन पट्टा जारी करने के विरोध में ग्रामीणों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया.वहीं एसडीएम के नहीं मिलने पर ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ गई.

नीमकाथाना सीकर विरोध,Mining demonstration
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Published : Nov 18, 2019, 8:43 PM IST

नीमकाथाना (सीकर). जिले के नीमकाथाना में भराला-खालड्डा के बीच गलत तथ्यों और दस्तावेजों के आधार पर खान आवंटन और अवैध खनन को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. साथ ही मांग कि अवैध खनन रोक कर तुरंत प्रभाव से गलत तथ्यों पर आधारित खनन पट्टा निरस्त किया जाए.

अवैध खनन के विरोध में एसडीम कार्यालय पर प्रदर्शन


बता दें, माइनिंग विभाग ने आबादी, गौशाला, हाईटेंशन लाइन होने के बावजूद खनन पट्टा आवंटित कर दिया है. बीते 3 साल पहले ग्रामीणों के विरोध पर यहां खनन गतिविधियां रोक दी गई थी. अब एक बार फिर खनन गतिविधियां शुरू होने पर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. अवैध खनन और खनन पट्टा निरस्त कराने की मांग पर करीब एक घंटे तक ग्रामीण नारेबाजी कर विरोध करते रहे.

पढ़ें-बेनीवाल के आरोपों पर यूनुस खान का पलटवार, कहा- वो क्या बोलते हैं, मैं परवाह नहीं करता

वहीं पीयूसीएल के कैलाश मीणा ने प्रशासन पर लापरवाही और ग्रामीणों की उपेक्षा करने के आरोप लगाए. मांगों पर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर पडाव शुरू करने की चेतावनी दी है. साथ ही कहा कि गलत तथ्यों पर खनन आवंटन के प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी.

नीमकाथाना (सीकर). जिले के नीमकाथाना में भराला-खालड्डा के बीच गलत तथ्यों और दस्तावेजों के आधार पर खान आवंटन और अवैध खनन को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. साथ ही मांग कि अवैध खनन रोक कर तुरंत प्रभाव से गलत तथ्यों पर आधारित खनन पट्टा निरस्त किया जाए.

अवैध खनन के विरोध में एसडीम कार्यालय पर प्रदर्शन


बता दें, माइनिंग विभाग ने आबादी, गौशाला, हाईटेंशन लाइन होने के बावजूद खनन पट्टा आवंटित कर दिया है. बीते 3 साल पहले ग्रामीणों के विरोध पर यहां खनन गतिविधियां रोक दी गई थी. अब एक बार फिर खनन गतिविधियां शुरू होने पर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. अवैध खनन और खनन पट्टा निरस्त कराने की मांग पर करीब एक घंटे तक ग्रामीण नारेबाजी कर विरोध करते रहे.

पढ़ें-बेनीवाल के आरोपों पर यूनुस खान का पलटवार, कहा- वो क्या बोलते हैं, मैं परवाह नहीं करता

वहीं पीयूसीएल के कैलाश मीणा ने प्रशासन पर लापरवाही और ग्रामीणों की उपेक्षा करने के आरोप लगाए. मांगों पर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर पडाव शुरू करने की चेतावनी दी है. साथ ही कहा कि गलत तथ्यों पर खनन आवंटन के प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी.

Intro:नीमकाथाना(सीकर).
नीमकाथाना के भराला-खालड्डा के बीच अवैध खनन व गलत तथ्यों पर खनन पट्टा जारी करने के विरोध में बड़ी संख्या में ग्रामीण व महिलाओं ने एसडीएम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर एक घंटा तक प्रदर्शनकारी डटे रहे. एसडीएम के नहीं मिलने पर ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ गई. बाद में ग्रामीण मांग पत्र सौंप कर वापस लौटे.Body:नीमकाथाना के भराला-खालडा के बीच गलत तथ्यों का दस्तावेजों के आधार पर खान आवंटन एवं अवैध खनन को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इनकी मांग है कि अवैध खनन रोक कर तुरंत प्रभाव से गलत तथ्यों पर आधारित खनन पट्टा निरस्त किया जाए. माइनिंग विभाग ने आबादी, गौशाला, हाईटेंशन लाइन होने के बावजूद खनन पट्टा आवंटित कर दिया. बीते 3 साल पहले ग्रामीणों के विरोध पर यहां खनन गतिविधियां रोक दी गई थी. अब एक बार फिर खनन गतिविधियां शुरू होने पर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. अवैध खनन व खनन पट्टा निरस्त कराने की मांग पर करीब एक घंटे तक ग्रामीण नारेबाजी कर विरोध करते रहे. पीयूसीएल के कैलाश मीणा ने प्रशासन पर लापरवाही व ग्रामीणों की उपेक्षा करने के आरोप लगाए. मांगों पर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर पडाव शुरू करने की चेतावनी दी है. प्रदर्शन में महावा, भराला व खालड़ा सहित आसपास के गांव ढाणियों के लोग व महिलाएं शामिल हुई. ग्रामीणों ने गलत तथ्यों पर खनन आवंटन के प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी.
हाथों में तख्तियां लेकर पहुंची महिलाएं: अवैध खनन गलत तथ्यों पर खनन पट्टा आवंटन को लेकर नाराज ग्रामीण व महिलाएं हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे. बीते तीन साल से ग्रामीण आबादी के पास खनन गतिविधियां रोकने की मांग पर विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों ने मामले में जनप्रतिनिधि व माइनिंग अधिकारियों को भी ज्ञापन प्रेषित किए हैं.Conclusion:नीमकाथाना के भराला-खालड्डा के बीच अवैध खनन व गलत तथ्यों पर खनन पट्टा जारी करने के विरोध में बड़ी संख्या में ग्रामीण व महिलाओं ने एसडीएम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर एक घंटा तक प्रदर्शनकारी डटे रहे. एसडीएम के नहीं मिलने पर ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ गई. बाद में ग्रामीण मांग पत्र सौंप कर वापस लौटे.

बाइट 1- कैलाश मीणा, सदस्य पीयूसीएल राजस्थान।
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