सीकर. अलवर के थानागाजी सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर सीकर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ( RLP) की ओर से कलेक्ट्रेट सर्कल पर विरोध-प्रदर्शन किया गया. पार्टी के समर्थकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि प्रकरण को दबाने में मुख्यमंत्री और डीजीपी मुख्य जिम्मेदार शख्स हैं.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डीजीपी को बर्खास्त किया जाना चाहिए और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने मांग की कि प्रकरण की सीबीआई जांच हो और पीड़िता को 50 लाख रुपए दी जाए. इस दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस जाप्ता मौजूद रहा. प्रदर्शनकारियों ने जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
गौरतलब है कि इस प्रकरण को लेकर आरएलपी के नेता हनुमान बेनीवाल ने एक बयान जारी कर प्रदेश के सभी जिलों मुख्यालयों पर पार्टी की ओर से प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन करने के लिए कहा था.
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें
— अलवर सामूहिक बलात्कार मामले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.
— अलवर सामूहिक बलात्कार पीड़िता को सुरक्षा और आर्थिक सहायता दी जाए.
— सीएमओ के आदेश पर गंभीर घटना को दबाने पर डीजीपी को बर्खास्त किया जाए.
— दौसा में पुलिस लाठीचार्ज के लिए दोषी पुलिसकर्मियों व अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
— अलवर प्रकरण को वोट बैंक की राजनीति के चलते चुनाव तक दबाने के मुख्य जिम्मेदार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पद से त्यागपत्र दें.