खंडेला (सीकर). जिले की रींगस नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड-18 में गंदगी और जगह-जगह जलभराव से परेशान लोगों ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए मोर्चा खोल दिया.
वार्ड वासी सुवालाल खींचड़, राजू धायल, मनफूली देवी आदि ने बताया कि रींगस कस्बे का सारा गंदा पानी और सीवर लाइन की गंदगी नगर पालिका की ओर से बिना किसी ट्रीटमेंट प्लांट के खुले में छोड़ दी जा रही है. इससे महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है.
कहने को तो रींगस नगर पालिका क्षेत्र में अभी तक सीवर लाइन नहीं डाली गई है. लेकिन गंदा पानी निकास के नालों में भी लोगों ने अपने घरों की गटर लाइन की पाइपें जोड़ दीं हैं. इससे सारी गंदगी नदी क्षेत्र में खुले में फैली रहती है. जहां पर लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है.
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महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि गंदगी के कारण मक्खियां बढ़ गईं हैं जिससे खाना बनाने के बाद दुर्गंध सी आती रहती है. एक निवाला भी खानी मुश्किल हो जाता है. वहीं रीको औद्योगिक क्षेत्र में संचालित अनेक फैक्ट्रियां अपना अपशिष्ट पदार्थ खुले में डाल रहीं हैं. जिसको खाने से अब तक करीब 20 गायों की मौत हो चुकी है.
लोगों को अपने पालतू पशुओं में भी महामारी फैलने का अंदेशा बना हुआ है. परेशान स्थानीय निवासियों ने करीब 2 घंटे तक नगर पालिका प्रशासन के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. नगर पालिका प्रशासन मुर्दाबाद, नगर पालिका प्रशासन होश में आओ के नारे लगाए गए.
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इस संबंध में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी ममता चौधरी का कहना है कि गंदे पानी के डिस्पोजल संबंधी कोई भी प्रस्ताव नगर पालिका की ओर से अभी तक नहीं लिया गया है. जल्द ही नगर पालिका गंदे पानी को रिसाइकल करने के ट्रीटमेंट प्लांट की डीपीआर तैयार करवाएगी. लोगों ने गंदगी और बदबूदार माहौल से निजात नहीं मिलने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.