फतेहपुर (सीकर). शेखावाटी के युवा प्रोड्यूसर द्वारा बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला ने एक ओर कीर्तिमान स्थापित किया है. जयपुर में 17 जनवरी को आयोजित होने वाले जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में राजस्थानी फिल्म चिड़ी बल्ला को ओपनिंग फिल्म के तौर पर दिखाया जाएगा. यह पहली राजस्थानी फिल्म है जो कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की ओपनिंग समारोह में दिखाई जाएगी. वहीं किसी भी फिल्म को पहली फिल्म के रूप में सलेक्ट होना अपने आप में अचीवमेंट होता है.
प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा ने बताया कि फिल्म फेस्टीवल में 250 देशों की 9400 फिल्में आई थी. ज्यूरी ने इनमें से 90 देशों की 219 फिल्मों को सलेक्ट किए है. इनमें से भी चिड़ी बल्ला को ओपनिंग फिल्म के तौर पर दिखाया जाएगा. पीपलवा ने बताया कि राजस्थान की कला, संगीत और महान सांस्कृतिक विरासत को फिल्म के माध्यम से विश्व पटल पर प्रदर्शित किया जा चुका है. चिड़ी बल्ला को विश्व भर के विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में 25 से अधिक अवार्ड मिल चुके हैं. वहीं यह विश्व की पहली बैंडमिंटन पर आधारित फिल्म है.
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भारत में पहली बार स्क्रीन पर होगी चिड़ी बल्ला-
प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा ने बताया कि भारत में अभी तक यह फिल्म कहीं भी प्रदर्शित नहीं हुई है. फिल्म की पहली स्क्रीनिंग जयपुर में ही होगी. वहीं चिड़ी बल्ला संभवत इतने अंतर्राष्ट्रीय सम्मान पाने वाली पहली राजस्थानी फिल्म है.
महाराणा प्रताप को समर्पित-
फिल्म के निर्देशक राधेश्याम पीपलवा ने कहा कि यह फिल्म उनकी तरफ से महाराणा प्रताप को समर्पित है. जहां राजस्थान के इतिहास को तोड़ मरोड कर फिल्मों में प्रदर्शित किया जाता रहा है, ऐसे में उन्होंने यह फिल्म पूर्ण रूप से राजस्थानी कल्चर और मार्मिकता को दर्शाने के लिए बनाई है. इस फिल्म के जरिये वे राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के आंदोलन में भी विभिन्न मंचों के माध्यम से अपना लघु प्रयास कर रहे हैं. उनके लिए यह बहुत ही भावनात्मक क्षण होगा जब वे जयपुर में पूरी स्टार कास्ट और परिवार के साथ फिल्म भारत मे दिखा पाएंगें.