दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के दांतारामगढ़ ब्लॉक के खाटूश्यामजी में कलयुग के देवता बाबा श्याम का वार्षिक फाल्गुन लक्खी मेला 17 से 26 मार्च तक आयोजित होगा. जिसकी तैयारियां करीब करीब अंतिम दौर में चल रही है. मेले की व्यवस्थाओं की तैयारियों पर प्रशासनिक अधिकारी और मेला आयोजक श्री श्याम मंदिर कमेटी बराबर नजर रखे हुए हैं.
वहीं जिला प्रशासन के एसपी कंवर राष्ट्रदीप, अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारासिंह मीणा, श्री श्याम मंदिर कमेटी के प्रतापसिंह चौहान, मेला मजिस्ट्रेट अशोक कुमार रणवां, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव, थाना प्रभारी पूजा पूनिया सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने समय समय पर जायजा ले रहे हैं और जो भी कमिया नजर आती हैं उनको तुरन्त प्रभाव से निदान किया जा रहा है, लेकिन हर व्यवस्थाओं पर नजर रखने के बावजूद भी वीआईपी दर्शन मार्ग को लेकर समस्या दो साल से बनी हुई है.
नगरपालिका वार्ड तीन गुवाड़ चौक से यह दर्शन मार्ग वीआईपी लोगों के लिए मेले के दौरान बनाया जाता है. गत वर्ष भी इसका काफी विरोध हुआ था. इस बार भी ग्रामीण इसका विरोध करने लगे हैं. मौका स्थिति पर जाकर श्री श्याम मंदिर कमेटी के प्रतापसिंह चौहान और थाना प्रभारी पूजा पूनिया ने वार्डवासियों को समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपने बात पर अडे़ रहे. अब देखना यह है कि इस समस्या का समाधान होता है या फिर ग्रामीणों को इस समस्या से होकर ही मेला सम्पन्न होता है.
प्रशासन व मंदिर कमेटी लिए मेला चुनौती
जिला प्रशासन द्वारा इस बार पांबदी से भरे मेला भराने के निर्णय के चलते श्याम भक्त बडी तादाद में मेले से पूर्व ही बाबा के निशान चढाने के लिये खाटूधाम भक्तों का रैला चला आ रहा है. रींगस से खाटूधाम के बीच पदयात्रियों के जत्थे नजर आ रहे हैं. हालांकि इस बार कोरोना गाइडलाइन के चलते मेले में भक्तों की भीड़ का कोई अंदाजा नहीं लग सकता. वहीं मेले की व्यवस्था को किस तरह अंजाम दिया जाएगा, यह विचारणीय प्रश्न है.
15 मार्च से पाबंदी
मेले के दौरान इस बार कोरोना के चलते भण्डारे, निशान, रथयात्रा, कीर्तन,अस्थायी दुकानें, मनोरंजन के साधन, डीजे इत्यादि पर जिला प्रशासन ने पाबंदी लगायी है. वहीं रींगस में कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही बाबा के दरबार में आना होगा. इसकी जांच के लिए चार सेन्टर बनाये गये हैं, अब यह कितने कारगर होते हैं यह मेले के दौरान ही पत्ता चलेगा.
गाइडलाइन की नहीं हो रही पालना
मेले में तमाम व्यवस्था के बीच श्याम भक्तों में मंदिर में दर्शन के मध्य, सामाजिक डिस्टेंस, मास्क,सेनेटाइजर, दुकानों पर खरीददारी के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन कराना प्रशासन के लिए परेशानी का सबब नजर आ रहा है. वहीं हाल ही में 6-7 राज्यों में बिगड़ती कोरोना की स्थिति को देखते हुए इस कस्बें को कोरोना से बचना ने के लिये स्थानीय लोगों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है. मेले से पूर्व ही कोविड-19 की धज्जियां उड़ती देखी जा रही हैं. मेले परवान पर क्या होगा.