सीकर. कोरोना की दूसरी लहर में अब केस लगातार कम होते जा रहे हैं. लेकिन राजस्थान में वैक्सीनेशन प्रोग्राम उतनी रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है. जिसका असर विदेशों में काम करने वाले मजदूरों और पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों पर पड़ रहा है. क्योंकि विदेश जाने पर कोविशील्ड वैक्सीन का सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है. ऐसे में लोगों का वीजा कोविशील्ड वैक्सीन का इंतजार करते-करते एक्सपायर हो रहा है.
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सीकर जिले के कई लोग विदेशों में काम करते हैं. उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकतर देशों में कोविशील्ड को मान्यता दी गई है. इसलिए विदेश जाने वाले लोगों की सरकार से मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जाए. अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा ने बताया कि सीकर के काफी लोग हैं जो विदेश जाने की तैयारी में हैं काम करने या पढ़ाई करने के लिए. ऐसे लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन का डोज लगाने के लिए अलग से कैंप लगाया जाएगा.
मीणा ने बताया कि वर्तमान में जिले में कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. जैसे ही कोविशील्ड प्राप्त होगी विदेश जाने वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए पात्र लोगों को केवल वीजा और पासपोर्ट दिखाना होगा. रानोली निवासी मोहसिन खान ने बताया कि वह खाड़ी देश में काम करता है और लॉकडाउन से पहले भारत आ गया था. अब उसे वापस जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि वहां की सरकार केवल कोविशील्ड वैक्सीन का प्रमाण पत्र मांग रही है. वहीं सीकर में उसके जैसे लोग जो विदेश जाना चाहते हैं उनको कोविशील्ड लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है.
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर किए भेंट
अलवर में गुरुवार को सहगल फाउंडेशन और मोजैक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कलेक्ट्रेट कार्यालय में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उम्मेदी लाल मीणा को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट किए गए. इस दौरान एसडीएम योगेश डागुर, सीएमएचओ ओपी मीणा सहित फाउंडेशन के पदाधिकारी मौजूद रहे.