श्रीमाधोपुर (सीकर). जिले के श्रीमाधोपुर में अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के कार्यकर्ता और सफाई कर्मचारियों की ओर से सोमवार को एक दिन का कार्य बहिष्कार किया गया. ये कार्य बहिष्कार मृतक कार्मिकों के आश्रितों को नियुक्ति देने की मांग को लेकर किया गया. इस दौरान नगर पालिका में धरना दिया गया और दोपहर बाद कस्बे में रैली निकालते हुए ईओ कैलाश चन्द्र शर्मा और उपखण्ड कार्यालय में ज्ञापन सौंपा.
उन्होंने आरोप लगाया कि 13 फरवरी को नगर पालिका की साधारण सभा की बैठक में मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने का प्रस्ताव लेना था, लेकिन भाजपा पार्षदों के आपत्ति जताने से आश्रितों की नियुक्ति नहीं हो सकी. उन्होने कहा कि बाल्मिकी समाज सालों से यह काम कर रहा है. पिछली भाजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती में आरक्षण के आधार पर अन्य समाजों के कार्मिकों को नियुक्ति दे दी, जबकि इन आश्रितों को नियुक्ति नहीं दी गई.
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समाज के लोगों ने आरोप लगाया है कि भाजपा के पार्षद भी अपनी सरकार के कदमों पर चलकर आश्रितों की नियुक्ति पर आपत्ति जताकर बाल्मिकी समाज के साथ कुठाराघात किया है. इससे नाराज होकर बाल्मिकी समाज और कार्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा.
श्रीमाधोपुर में बकाया पूरक पौषाहार के भुगतान करने की मांग
श्रीमाधोपुर और रींगस शहर में पूरक पौषाहार आपूर्ति संचालित स्वयं सहायता समूहों की कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सीडीपीओ और उपखण्ड कार्यालय में ज्ञापन सौंपा. वहीं, ज्ञापन देकर पौषाहार के बकाया बिलों का भुगतान कराने की मांग की है.
ज्ञापन में लिखा है कि दोनों शहरों में संचालिक केन्द्रों का अक्टूबर 2018 से मई 2019 तक का और सितम्बर 2019 से जनवरी 2020 तक का कुल 13 माह के बिलों का भुगतान बकाया चल रहा है. बकाया के भुगतान के लिए सीडीपीओ को कई बार लिखित और मौखिक रूप से कहा जा चुका है. अब बजट आवंटित हुए भी एक माह से अधिक समय हो गया, लेकिन आज तक समूहों का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
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कार्यकर्ताओं ने गुहार लगाई है कि भुगतान नहीं होने से एसएचजी की आर्थिक स्थिति की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में लम्बे समय तक आपूर्ति करना संभव नहीं है. उन्होने स्वयं सहायता समूहों की समस्या को देखते हुए बकाया बिलों का शीघ्र भुगतान कराने की मांग की है.