दांतारामगढ़ (सीकर). क्षेत्र के खाटूश्यामजी में रंग रंगीला बाबा श्याम के दस दिवसीय वार्षिक लक्खी मेले के चौथे दिन हजारों श्याम भक्तों ने बाबा श्याम के दरबार में शीश नवाकर मन्नोतिया मांगी. पदयात्री लखदातार के दरबार में रींगस से खाटू धाम तक पदयात्रा करते पहुंच रहे है. चंग-ढोल पर नाचते-गाते गुलाल उड़ाते हुए श्याम दीवाने श्याम रंग में रंगने लगे है. अब मेले के चौथे कुछ हदप तक मेलें में हल्की सी रौनक देखने को मिली.
पिछले तीन दिन के बजाय शनिवार को भीड़ में थोडा सा इजाफा हुआ. श्याम भक्त श्याम बाबा की जय, शीश के दानी के जयकारें के सहारें की जय, लखदातार की जय, श्याम प्यारे की जय, खाटूनरेश की जय जैसे जयकारों के साथ श्याम दीवाने बाबा श्याम के दर पर पहुंच रहे है. बाबा श्याम के दरबार में देश के कोने-कोने से आ रहे श्याम भक्त श्याम प्रभू का दीदार करके परिवार की खुशहाली की कामना की.
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कोरोना जांच परखने के बाद ही हो रहे है दर्शन
श्याम बाबा के लक्खी मेलें के दौरान प्रशासन द्वारा सख्ती बरती जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कोरोना जांच परखने के बाद ही दर्शन लाईन में प्रवेश दे रही है. बीसीएमओ डॉ. सुनिल धायल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम सतर्क होकर जांच करने के बाद ही श्याम भक्तों को दर्शन मार्ग में जाने दे रही है और ईमित्र सेंटर से फर्जी रिपोर्ट लाने वालो की भी जांचकर उन्हे लाइन से बाहर किया जा रहा है. श्याम भक्तों के पास प्रमाणिक रिपोर्ट होने पर ही दर्शन करवाएं जा रहे है.
व्यापारी कर रहे है ग्राहकों का इंतजार
इस बार बाबा श्याम के लक्खी फाल्गुन मेलें मे दुकानदारों में मायूसी सी छाई हुई है. पिछले चार दिन में श्याम भक्तों की आवक कम होने के कारण दुकानदार निराश हो गए है. स्थानीय दुकानदारों के अलावा बाहर के दुकानदार भी इस मेलें मे ग्राहक का इंतजार कर रहे है. मेले मे प्रतिवर्ष आने वाले श्याम भक्त करीब पंद्रह दिन तक धर्मशालाओं मे ठहरते थे और खरीददारी भी खूब करते थे, लेकिन इस बार मेलें में प्रवासी श्याम भक्तों का आवागमन कम होने के वजह होने से दुकानदार अब निराश हो रहे है. अब दुकानदारों को आगामी तीन चार दिन से खूब उम्मीदें जुड़ी हुई है. मेलें के दौरान प्रसाद, पौशाक, खिलौने, कंगन स्टोर की दुकानें सजधज कर तैयार है, लेकिन इस बार भीड़ नही आने की वजह से दुकानदार परेशान दिखाई दे रहे है.
रंग-बिरंगे फूलों से सज रही है शीश के दानी की मूरत
विश्व विख्यात खाटूनगरी मे चल रहे श्याम बाबा का प्रतिदिन अलौकिक श्रृंगार किया जा रहा है. आने वाले श्याम श्रद्धालु बाबा श्याम की मोहनी मूरत का दीदार कर धन्य हो रहे है. दस दिवसीय मेलें में बाबा श्याम के सजावट के लिए बैंगलोर, दिल्ली से रोजाना फूल आ रहे है. जिसमें गुलाब, मोगरा, गेंदा, चमेली पुष्पों से बाबा श्याम का श्रंगार हो रहा है. जिसे देखते ही श्याम भक्तों के मन से एक ही बात निकलती है कि किसने सजाया आपको सांवले सरकार और थै बण्या दुज का चांद बाबा नजर कदै ना लाग जैसे भजनों के साथ बाबा श्याम के दीदार कर रहे है.
झूले और मनोरंजन के साधन लगे-मेलें के दौरान अंतिम समय में झूले और मनोरंजन के साधन लग गए है. बाबा श्याम के मेलें में इस बार झूले, बच्चों के खेल के साधन लग चुके है, लेकिन मेले के दौरान भीड़ नहीं बढने से झूले वाले भी खाली बैठे है. यात्रीभार नहीं होने के कारण झूलों की तरफ भी रौनक नजर नही आ रही है और कोरोना की मार झेलते नजर आ रहे है.
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श्याम कुंड खोलने को लेकर दिया धरना
प्राचीन श्याम कुंड कोरोना काल से ही बंद होने के कारण श्याम भक्त कुंड में नही जा सकते है और मेले के दौरान भी श्याम कुंड बंद ही पड़ा है. श्याम कुंड को खुलाने की मांग को लेकर व्यापारियों और ग्रामीणों ने शनिवार को श्याम कुंड के सामने धरना दिया. धरने मे शामिल राजकुमार तिल्किया, सुरेश शर्मा,कालूराम जोशी ने बताया कि जब सभी धार्मिक स्थल मंदिर खुले हुए है और श्याम भक्तों का आवागमन हो रहा है तो श्याम कुंड को भी खोला जाए. ताकि श्याम भक्त आस्था के साथ श्याम कुंड के भी दर्शन कर सके.