सीकर. जिले के नीमकाथाना में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्नान पर भारत बंद का असर नहीं देखने को मिला. नीमकाथाना में रोज की तरह अपने समय पर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले रखे. वहीं दूसरी ओर नीमकाथाना के गुहाला में भारत बंद का कुछ असर दिखाई दिया.
जिले के नीमकाथाना में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से भारत बंद के आह्वान पर नीमकाथाना में असर नहीं देखने को मिला. नीमकाथाना के ग्रामीण क्षेत्र गुहाला में संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पूरे बाजार को बंद करवाया. इसके साथ ही चला टोल बूथ पर भी किसानों का धरना जारी रहा. किसानों ने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध नारेबाजी कर तीनों बिलो को वापस लेने की मांग की.
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नीमकाथाना मैं जहां बाजार पूरी तरीके से खुले नजर आए. यहां रोज की तरह ही व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खुले रखे तो वहीं दूसरी ओर गुहाला में पूरा बाजार बंद देखने को मिला. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जो व्यापारी दुकान खुली रख रहे थे, उन्हें बंद करवाया गया. इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जाहिर किया.
पूर्व सरपंच गोपाल सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद के आह्वान पर गुहाला के बाजार बंद रखे गए हैं. उन्होंने भारत बन्द में व्यापारियों को समर्थन देने पर आभार जताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तब तक संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा. कृषि बिलों के विरोध में काफी दिनों से किसानों की ओर से विरोध प्रदर्शन कर तीनों कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की जा रही है.
कुपोषण की रोकथाम को पोषण मेला
सीकर. जिले के नीमकाथाना में पोषण पखवाड़े के अंतर्गत नीमकाथाना ब्लॉक के अनेक आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण मेले का आयोजन किया गयाकार्यक्रम में सीडीपीओ संजय चेतानी मुख्य अतिथि रहे. राज्य सरकार की ओर से 16 मार्च से 31 मार्च 2021 तक सम्पूर्ण राजस्थान में पोषण पखवाड़े मनाया जा रहा है. इसके तहत जन समुदाय की खान-पान की आदतों में परिवर्तन लाकर देश में कुपोषण के स्तर को कम करना है.
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मुख्य कार्यक्रम भावरियों की ढ़ाणी स्थित नन्दघर पर आयोजित किया गया, जिसमें सीडीपीओ संजय चेतानी मुख्य अतिथि रहे. पोषण मेले के लिए केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शशि, सुधा, माया, पुष्पा, सरोज, कान्ता आदि की टीम के सहयोग से विविध पोषक पदार्थों, विभिन्न दालों, हरी पत्तेदार सब्जियों, दूध, दही, सूखे मेवों का प्रदर्शन कर आगंतुक जन-समुदाय को विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों, विटामिन्स, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइडड्रेट्स, सूक्ष्म मिनरल्स के सम्बन्ध में जानकारी दी गई.
मुख्य अतिथि संजय चेतानी ने देश में व्याप्त कुपोषण के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए हाल ही में जारी राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के आंकड़ों के आधार पर बताया कि विश्व में सबसे अधिक भारतीय बच्चे अवरुद्ध विकास या स्टंटिंग के शिकार हैं. स्टंटिंग कुपोषण का भीषणतम रूप है. ब्लाॅक काॅर्डिनेटर अंशुल श्रीवास्तव ने बच्चे के जीवन के प्रथम एक हजार दिन की महत्ता, डायरिया प्रबंधन, आहार विविधता, एनिमिया रोकथाम, स्वच्छता एवं सुरक्षित पेयजल बाबत जानकारी दी. वरिष्ठ महिला पर्यवेक्षक अरुणा राजपूत ने उपस्थित जन समुदाय को पोषण व्यवहार अपनाने का आह्वान किया तथा स्थानीय स्तर पर उत्पन्न होने वाले खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करने पर बल देते हुए फास्ट फूड और डिब्बा बन्द भोजन को उपयोग में न लेने की सलाह दी.