ETV Bharat / state

भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार खत्म, जानें कब खुलेगा मंदिर का द्वार?

भगवान खाटू श्याम के भक्तों के लिए खुशखबरी है. नवंबर से बंद भगवान खाटूश्याम के मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को और इंतजार नहीं करना पड़ेगा. सोमवार शाम 4 बजे से भक्तों के लिए खाटूश्याम भगवान के मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Feb 5, 2023, 9:48 PM IST

सीकर. भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार अब खत्म हो गया है. करीब ढाई महीने से बंद भगवान खाटूश्याम मंदिर का पट सोमवार शाम सवा 4 बजे भक्तों के दर्शन के लिए फिर से खोला जाएगा. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों में मंदिर खुलने की तारीखें अफवाह साबित हो रही थीं लेकिन मंदिर खुलने की तारीख का आधिकारिक तौर पर ऐलान हो चुका है. निर्माण कार्य पूरा होने की खबर के बाद हर कोई जानना चाह रहा था कि श्याम बाबा का मंदिर कब खुलेगा. मंदिर प्रबंधन कमेटी ने सोमवार शाम सवा 4 बजे से आमजन के दर्शन के लिए मंदिर खोलने की घोषणा की है.

22 फरवरी से शुरू होगा मेला
मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से द्वादशी तक वार्षिक लक्खी मेले का आयोजन होता है. देश-विदेश से करीब 20 से 25 लाख भक्त श्याम बाबा का दर्शन करने आते हैं. हर महीने शुक्ल पक्ष की एकादशी व द्वादशी को मासिक मेले का आयोजन भी किया जाता है. भक्तों की लगातार बढ़ रही संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने श्याम भक्तों को सुलभ और सुगम दर्शन करवाने के लिए मंदिर क्षेत्र में कई बदलाव किए हैं.

भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार खत्म
भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार खत्म

पढ़ें. खाटूश्यामजी हादसा मामले में श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को हिरासत में लिया

मंदिर परिसर और बाहरी क्षेत्र में रास्तों का विस्तारीकरण किया गया है. मंदिर के अंदर सभामंडप को हटाकर कतारों की संख्या बढ़ाई गई है. अब भक्त 16 कतारों में आसानी से दर्शन कर सकेंगे. हर भक्त को दर्शन के लिए औसत 4 मिनट का समय मिलेगा. इन्हीं सारे बदलाव और व्यवस्थाओं के लिए 13 नवंबर 2022 को मंदिर बंद कर दिया गया था.

तिरुपति बालाजी की तर्ज पर होगी दर्शन व्यवस्था
खाटूश्यामजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. मंदिर के विकास और प्रबंधन के लिए जिला कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों के दल ने तिरुपति बालाजी मंदिर का दौराकर प्रबंधन देखा. अब अधिकारियों की टीम ने जिला प्रशासन को नवाचारों को लेकर रिपोर्ट दी है.

कमेटी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सतर्कता की दृष्टि से तिरुपति आने वाले प्रत्येक श्रद्दालु की व्यक्तिगत एवं लगेज की स्क्रीनिंग होती है. इसके अलावा ऑनलाइन पंजीयन, सामान्य दर्शन, वीआईपी दर्शन, डोनेशन दर्शन, दर्शनों में श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन आदि की व्यवस्था रहती है. इससे मंदिर क्षेत्र में किसी भी समय उपस्थित श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में मंदिर तथा स्थानीय प्रशासन को जानकारी रहती है. अब इसी व्यवस्था को खाटूश्याम में लागू किया जाएगा.

पढ़ें. स्पेशल: 51 दिन से बंद है बाबा खाटूश्याम के पट, कोरोड़ों रुपए का हो रहा नुकसान

खाटूधाम में श्री श्याम मंदिर कमेटी तथा विभिन्न समितियों, भंडारों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जा रही है. श्रद्धालुओं की लाइनें, विश्राम स्थल, वेटिंग ऐरिया में वितरण केंद्रों की स्थापना होने से सुगमता रहेगी. वेटिंग एरिया के अतिरिक्त भी खाटूश्यामजी में 10 स्थानों पर भोजन प्रसाद, भंडारे होने चाहिए. रास्तों में वेंडर, चाट ठेले, रेस्टोरेंट के कारण होने वाली भीड़, कबूतर चौक और श्याम होटल के एरिया को नॉन वेंडर जोन घोषित किया जा सके.

मेले में डीजे पर रहेगा प्रतिबंध
इस बार मेले में डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीमों का गठन किया जाएगा. रींगस, सीकर, फतेहपुर के अस्पतालों में मेला अवधि के दौरान 24 घंटे मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा. आपातकालीन स्थिति में गंभीर रोगियों को जल्द उचित इलाज की सुविधा मिल सकेगी. मेला क्षेत्र में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा.

पढ़ें. स्पेशल रिपोर्ट: खाटूश्याम जी मेले में पहली बार हाईटेक सिक्योरिटी, ड्रोन और सीसीटीवी से इस तरह हो रही निगरानी

मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे निशान
इस बार भक्त बाबा के निशान (झंडे) को मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे. लखदातार मैदान के पास ही निशान एकत्रित करने की व्यवस्था की जाएगी. श्रद्धालुओं की आवश्यक और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में 500 अस्थाई मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी. कतार में खड़े भक्तों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. मेला क्षेत्र में रूट चार्ट के साइन बोर्ड लगवाने के साथ ही माइक सिस्टम से व्यवस्था संबंधी घोषणा भी होती रहेगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी-कर्मचारी वॉकी-टॉकी के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे.

अनुमति के बाद ही लगा सकेंगे भंडारा
भंडारा लगाने की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से जारी की जाएगी. मेले में ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारियों, कर्मचारियों, मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े संबंधित व्यक्तियों के ड्यूटी मेला पास भी मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से ही जारी होंगे. मंदिर कमेटी अपने स्तर पर कोई भी पास जारी नहीं करेगी. मेले के दौरान होटलों और धर्मशालाओं में होने वाले भजन, जागरण कार्यक्रमों में मेला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालन करना आवश्यक होगा.

सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालु शांति के साथ सुरक्षित दर्शन कर सकेंगे. मेले के दौरान होने वाली आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए अलग से टीम लगाई जाएगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट को एसपी कार्यालय से वायरलेस संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे. सुरक्षा के मद्देनजर यातायात पॉइंट और मंदिर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. नियत्रंण कक्ष में स्थाई सीसीटीवी कैमरे लगवाकर अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट करवाए जाएंगे, ताकि मेले की सभी गतिविधियों पर कानून व्यवस्था की दृष्टि से नजर रख सकें.

सीकर. भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार अब खत्म हो गया है. करीब ढाई महीने से बंद भगवान खाटूश्याम मंदिर का पट सोमवार शाम सवा 4 बजे भक्तों के दर्शन के लिए फिर से खोला जाएगा. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों में मंदिर खुलने की तारीखें अफवाह साबित हो रही थीं लेकिन मंदिर खुलने की तारीख का आधिकारिक तौर पर ऐलान हो चुका है. निर्माण कार्य पूरा होने की खबर के बाद हर कोई जानना चाह रहा था कि श्याम बाबा का मंदिर कब खुलेगा. मंदिर प्रबंधन कमेटी ने सोमवार शाम सवा 4 बजे से आमजन के दर्शन के लिए मंदिर खोलने की घोषणा की है.

22 फरवरी से शुरू होगा मेला
मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से द्वादशी तक वार्षिक लक्खी मेले का आयोजन होता है. देश-विदेश से करीब 20 से 25 लाख भक्त श्याम बाबा का दर्शन करने आते हैं. हर महीने शुक्ल पक्ष की एकादशी व द्वादशी को मासिक मेले का आयोजन भी किया जाता है. भक्तों की लगातार बढ़ रही संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने श्याम भक्तों को सुलभ और सुगम दर्शन करवाने के लिए मंदिर क्षेत्र में कई बदलाव किए हैं.

भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार खत्म
भगवान खाटू श्याम के भक्तों का इंतजार खत्म

पढ़ें. खाटूश्यामजी हादसा मामले में श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को हिरासत में लिया

मंदिर परिसर और बाहरी क्षेत्र में रास्तों का विस्तारीकरण किया गया है. मंदिर के अंदर सभामंडप को हटाकर कतारों की संख्या बढ़ाई गई है. अब भक्त 16 कतारों में आसानी से दर्शन कर सकेंगे. हर भक्त को दर्शन के लिए औसत 4 मिनट का समय मिलेगा. इन्हीं सारे बदलाव और व्यवस्थाओं के लिए 13 नवंबर 2022 को मंदिर बंद कर दिया गया था.

तिरुपति बालाजी की तर्ज पर होगी दर्शन व्यवस्था
खाटूश्यामजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. मंदिर के विकास और प्रबंधन के लिए जिला कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों के दल ने तिरुपति बालाजी मंदिर का दौराकर प्रबंधन देखा. अब अधिकारियों की टीम ने जिला प्रशासन को नवाचारों को लेकर रिपोर्ट दी है.

कमेटी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सतर्कता की दृष्टि से तिरुपति आने वाले प्रत्येक श्रद्दालु की व्यक्तिगत एवं लगेज की स्क्रीनिंग होती है. इसके अलावा ऑनलाइन पंजीयन, सामान्य दर्शन, वीआईपी दर्शन, डोनेशन दर्शन, दर्शनों में श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन आदि की व्यवस्था रहती है. इससे मंदिर क्षेत्र में किसी भी समय उपस्थित श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में मंदिर तथा स्थानीय प्रशासन को जानकारी रहती है. अब इसी व्यवस्था को खाटूश्याम में लागू किया जाएगा.

पढ़ें. स्पेशल: 51 दिन से बंद है बाबा खाटूश्याम के पट, कोरोड़ों रुपए का हो रहा नुकसान

खाटूधाम में श्री श्याम मंदिर कमेटी तथा विभिन्न समितियों, भंडारों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जा रही है. श्रद्धालुओं की लाइनें, विश्राम स्थल, वेटिंग ऐरिया में वितरण केंद्रों की स्थापना होने से सुगमता रहेगी. वेटिंग एरिया के अतिरिक्त भी खाटूश्यामजी में 10 स्थानों पर भोजन प्रसाद, भंडारे होने चाहिए. रास्तों में वेंडर, चाट ठेले, रेस्टोरेंट के कारण होने वाली भीड़, कबूतर चौक और श्याम होटल के एरिया को नॉन वेंडर जोन घोषित किया जा सके.

मेले में डीजे पर रहेगा प्रतिबंध
इस बार मेले में डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीमों का गठन किया जाएगा. रींगस, सीकर, फतेहपुर के अस्पतालों में मेला अवधि के दौरान 24 घंटे मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा. आपातकालीन स्थिति में गंभीर रोगियों को जल्द उचित इलाज की सुविधा मिल सकेगी. मेला क्षेत्र में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा.

पढ़ें. स्पेशल रिपोर्ट: खाटूश्याम जी मेले में पहली बार हाईटेक सिक्योरिटी, ड्रोन और सीसीटीवी से इस तरह हो रही निगरानी

मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे निशान
इस बार भक्त बाबा के निशान (झंडे) को मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे. लखदातार मैदान के पास ही निशान एकत्रित करने की व्यवस्था की जाएगी. श्रद्धालुओं की आवश्यक और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में 500 अस्थाई मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी. कतार में खड़े भक्तों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. मेला क्षेत्र में रूट चार्ट के साइन बोर्ड लगवाने के साथ ही माइक सिस्टम से व्यवस्था संबंधी घोषणा भी होती रहेगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी-कर्मचारी वॉकी-टॉकी के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे.

अनुमति के बाद ही लगा सकेंगे भंडारा
भंडारा लगाने की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से जारी की जाएगी. मेले में ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारियों, कर्मचारियों, मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े संबंधित व्यक्तियों के ड्यूटी मेला पास भी मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से ही जारी होंगे. मंदिर कमेटी अपने स्तर पर कोई भी पास जारी नहीं करेगी. मेले के दौरान होटलों और धर्मशालाओं में होने वाले भजन, जागरण कार्यक्रमों में मेला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालन करना आवश्यक होगा.

सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालु शांति के साथ सुरक्षित दर्शन कर सकेंगे. मेले के दौरान होने वाली आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए अलग से टीम लगाई जाएगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट को एसपी कार्यालय से वायरलेस संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे. सुरक्षा के मद्देनजर यातायात पॉइंट और मंदिर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. नियत्रंण कक्ष में स्थाई सीसीटीवी कैमरे लगवाकर अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट करवाए जाएंगे, ताकि मेले की सभी गतिविधियों पर कानून व्यवस्था की दृष्टि से नजर रख सकें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.