सीकर. श्याम प्यारे के भक्तों के लिए एक बड़ी खबर है. अब तिरुपति बालाजी मंदिर की सर्वोत्तम व्यवस्था खाटूश्यामजी मंदिर में भी लागू होगी. इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारियों के दल ने तिरुपति बालाजी मंदिर की व्यवस्था और सुविधा का जायजा लिया और खाटूश्याम मंदिर के लिए सुझाव भी दिए. कमेटी के अनुसार तिरुपति मंदिर में सात सेकंड में दर्शन की व्यवस्था है, लेकिन हमारे यहां लाइन बढ़ाई गई है. इसके कारण यहां भक्त महज छह सेकंड में दर्शन कर पाएंगे. साथ ही मेले के दौरान प्रतिदिन ढाई लाख भक्तों के दर्शन की व्यवस्था होगी.
जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव के निर्देश पर सीकर प्रशासन खाटूश्याम मंदिर की व्यवस्था को बेहतर करने और श्याम भक्तों की सुविधाएं के लिए तैयारियां कर रहा है. जिला स्तरीय अधिकारियों के एक दल को आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर भेजा गया. ताकि वहां की व्यवस्था का अध्ययन किया जा सके और खाटूश्याम मंदिर की व्यवस्था को और अधिक दुरुस्त व मजबूत बनाया जा सके.
सामान की होगी स्क्रीनिंग - जिला स्तरीय अधिकारियों के दल की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सतर्कता की दृष्टि से तिरुपति में आने वाले हर श्रृद्धालु और उनके सामान की स्क्रीनिंग होती है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, सामान्य-वीआईपी दर्शन, डोनेशन दर्शन, समस्त दर्शनों में श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन होती है. जिससे तिरुपति मंदिर कैंपस में किसी भी समय उपस्थित श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में मंदिर और स्थानीय प्रशासन को जानकारी रहती है.
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निशुल्क भोजन की व्यवस्था - खाटूश्याम मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन प्रक्रिया को और व्यवस्थित रूप देने के लिए जिला प्रशासन जल्दी हितधारकों के सहयोग से विस्तृत कार्य योजना बना सकती है. जिससे विश्राम स्थल, वेटिंग ऐरिया में वितरण केंद्रों की स्थापना होने से सुगमता रहेगी. इन सभी तैयारियों के बाबत जल्द ही प्रशासनिक अधिकारियों और मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के बीच बैठक भी होनी है.
दिव्यांग-वृद्धजनों के लिए विशेष सुविधा - टीटीडी की ओर से दिव्यांग और वृद्धजनों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है. इसके तहत उनके दर्शन के लिए अलग लाइन होती है. अगर सामान्य लाइन में दिव्यांग या फिर वृद्धजनों का प्रवेश होता है तो वह इमरजेंसी द्वार से अलग लाइन में जा सकते हैं. ऐसे में खाटूश्यामजी में नई व्यवस्था के तहत 14 लाइनों में से एक विशेष रूप से वृद्धजनों, दिव्यांगों के लिए आरक्षित होगी.
चिकित्सा व्यवस्था - तिरुमला में वेटिंग एरिया के हर चार कम्पार्टमेंट के बीच एक मेडिकल सहायता केंद्र है, जहां डॉक्टर, नर्स और दवाएं उपलब्ध रहती हैं. खाटूश्यामजी में पहले सीएचसी, पावर ग्रिड और मंदिर में मेडिकल सेंटर बनाए गए हैं. लेकिन अब श्रद्धालुओं के पैदल मार्ग में प्रत्येक 500 मीटर पर चिकित्सा सहायता केन्द्र बनाए जा सकते हैं. इसके लिए चिकित्सा विभाग, आयुर्वेद, होम्योपैथिक और एनजीओ, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी का भी सहयोग लेने पर विचार किया जा सकता है.
फायर सुरक्षा की व्यवस्था - मंदिर का कैंपस खुला और पर्याप्त स्थान वाला है. यहां पानी पर्याप्त है और मंदिर के अंदर के भाग में फायर फाइटिंग सिस्टम हर बड़े कॉम्प्लेक्स भवन में है. खाटूश्यामजी में सभी धर्मशाला, गेस्ट हाउस में फायर फाइटिंग सिस्टम दिया जाना चाहिए. इसपर भी चर्चा चल रही है. वहीं, तिरुपति जाने वाले दल में जिला स्तरीय अधिकारी कपिल उपाध्याय, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश लाटा, एसीपी मुकेश गाडोदिया सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं.