फतेहपुर (सीकर). जिले में खाद्य पदार्थों में मिलावट का धंधा जोरों पर चल रहा है. फतेहपुर कस्बे में मोहर्रम के दिन छबील बनाने के लिया गए दूध के फट जाने के बाद खाद्य विभाग हरकत में आया है. फूड सेफ्टी ऑफिसर रतन गोदारा ने जांच के लिए कस्बे के सीकरिया चौराहा स्थित तीन डेयरियों से दूध के सैंपल लिए. दूध में मिलावट प्रकरण के बाद विभाग की ये पहली कार्रवाई है. वहीं, रविवार को जिले के कांवट में नकली घी का कारखाना भी पकड़ने के बाद प्रशासन हरकत में आया है.
वहीं, शक की सुई छबील बनाने वाले लोगों की ओर भी इशारा करती है. क्योंकि उन्होंने 100 किलो दूध लिया था. जिसमें से केवल 20 से 30 लीटर दूध ही फटा है. बाकी किस काम में लिया गया उसके बारे में वो भी बताने में आनाकानी कर रहे हैं. फूड सेफ्टी ऑफिसर रतन गोदारा ने कस्बे की सीकरिया चौराहा स्थित तीन डेयरियों राज, मिलन और लक्ष्मी दूध डेयरी के सैंपल लिए हैं. इन डेयरी पर जिन गांवों से दूध आता है वहां से भी सैंपल लिए. जिनको जांच के लिए भेजा जाएगा. जिस डेयरी में मिलावटी दूध पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. किसी भी मिलावटी का बख्शा नहीं जाएगा. गोदारा ने कहा कि, शहर में सैंपल लेने की कार्रवाई जारी रहेगी और प्रशासन मिलावटखोरों के खिलाफ एक अभियान चलाएगा. जिससे लोगों को सही और गुणवतायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सकें.
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वहीं, भारत की जनवादी नौजवान सभा के लोगों ने मिलावटखोरी के गोरखधंधे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर जिला अध्यक्ष कामरेड आबिद हुसैन के नेतृत्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने कहा कि, जो भी आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही समय-समय पर सभी खाद्य पदार्थों की जांच करके आमजन के स्वास्थ्य के साथ न्याय किया जाए. वरना डीवाईएफआई बड़ा आंदोलन करेगी.