सीकर. जिले के सरकारी स्कूलों में अब ई-लर्निंग के जरिए बच्चों को पढ़ाई करवाई जाएगी. प्रदेश में सबसे पहले सीकर जिले से यह शुरुआत की जा रही है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है और जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि प्रदेश में सीकर जिले में सरकारी स्कूलों में ई-लर्निंग के जरिए पढ़ाई करवाने के लिए करीब 8 महीने पहले एक कंपनी के साथ एमओयू किया गया था. कंपनी के माध्यम से एक विशेष डिवाइस तैयार करवाई गई है.
जिसे सरकारी स्कूलों के लैब में कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाएगा. सीकर जिले में सरकारी स्कूलों में 50 हाईटेक लैब हैं. जिनके जरिए इस डिवाइस को कनेक्ट कर यह मोबाइल और कंप्यूटर से दूसरी जगह कनेक्ट हो जाएगा.
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जिले में 28 लाख रुपये की लागत से यह डिवाइस मंगवाई गई है और अब इस प्रोजेक्ट को शुरू किया जाएगा. इससे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को हाईटेक शिक्षा मिल सकेगी. प्रदेश में सबसे पहले सीकर से इसे शुरू किया जा रहा है और इसके बाद अन्य जिलों में भी इसकी तैयारी की जाएगी.
बच्चों को पढ़ाई जाएगी शहीदों और खिलाड़ियों की गाथा
राजस्थान के अब सभी बच्चों को शहीदों की गाथाओं के बारे में पढ़ाया जाएगा. ऐसे में पहली बार कक्षा 9 के पाठ्यक्रम में शहीदों की गाथाओं को शामिल किया गया है. साथ ही बच्चों को पदक विजेता खिलाड़ियों की सफलता की कहानियां भी पढ़ाई जाएंगी. जिससे कि बच्चे इन्हें पढ़कर प्रेरणा ले सके.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इससे बच्चों में राष्ट्र के प्रति प्रेम जागृत होगा. साथ ही शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर हमारे बच्चे देश की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने यह फैसला कर लिया है और कक्षा 9 के पाठ्यक्रम में इसे शामिल कर लिया है.