सीकर. भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. भाजपा ने कोरोना काल में बिजली की दरों को बढ़ाने, कानून-व्यवस्था और बेरोजगारी भत्ता नहीं देने के मुद्दों पर घेरा. भाजपा ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश सरकार से जल्द ही लोगों को राहत देने की मांग की. भाजपा ने कोरोना काल के बिजली के बिलों को भी माफ करने की मांग की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जनता से वादाखिलाफी का आरोप लगाया.
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भाजपा जिला अध्यक्ष इंदिरा चौधरी और सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. इंदिरा चौधरी ने कहा कि कोरोना काल में देशभर की सरकारों ने बिजली की दरों में छूट दी या उनको यथावत जारी रखा. लेकिन राजस्थान अकेला ऐसा राज्य है जहां कोरोना में भी बिजली की दरों को बढ़ाया गया. इसके साथ ही केंद्र सरकार की तरफ से राज्य को ग्रामीण विकास के लिए 20 हजार करोड़ रुपए का पैकेज जारी किया था, जिसको राज्य सरकार ने दूसरे कामों में खर्च कर दिया.
भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी गहलोत सरकार के कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बिल्कुल चौपट हो चुकी है, अपराधियों में पुलिस का डर दिखाई नहीं दे रहा है. जयपुर जैसे शहरों में दिनदहाड़े गोलियां चलाई जा रही हैं. चौधरी ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में भी कोई फैसला नहीं किया है. टिड्डियों के हमले से जिन किसानों को नुकसान हुआ, उनकी भरपाई के लिए भी प्रदेश सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं.
श्रीमाधोपुर में भी गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन...
सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम का एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं ने वसुंधरा सरकार के समय किसानों को कृषि कनेक्शनों पर दी जाने वाली सब्सिडी फिर से शुरू करने की मांग की. साथ ही कोरोना काल में गरीब लोगों और किसानों की आमदनी कम होने की बात कही और उनको राहत देने कि लिए लॉकडाउन के समय के बिजली के बिल माफ करने की भी मांग की.