खंडेला (सीकर). जिले के खंडेला कस्बे की पुलिस चौकी के पास स्थित विवादित सम्पति का विवाद फिर से सुर्खियों में आने लगा है. इस विवाद के तहत प्रशासन की ओर से शनिवार को दो मंजिला हवेली शांति निकेतन को सीज करने की कार्रवाई की गई थी.
थानाधिकारी महेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश की पालना करते हुए सीज करने की कार्रवाई की गई थी. प्रशासन की इस कार्रवाई से चतु: संप्रदाय के अध्यक्ष दिनेश दास महाराज ने रोष जताया है. साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी है कि सोमवार की सुबह 10 बजे तक मन्दिर का ताला खोल दे अन्यथा आंदोलन किया जाएगा.
महाराज ने बताया कि यह शांति निकेतन भवन बाबा विशंभर दास शेष भगवान की गौशाला की संम्पति है. किसी भी प्रकार के आदेशों की सूचना हमें नहीं थी, प्रशासन ने अंधविश्वास में रखकर ताला जड़ दिया है. इस मंजिल में मन्दिर भी स्थित है, जिसकी दो दिन से पूजा नहीं हो रही है. ऐसा देश में कही पर नहीं हुआ है कि मंदिर में ताला लगाया गया हो. महाराज ने कहा कि अगर प्रशासन की ओर से सोमवार की सुबह 10 बजे तक मंदिर को नहीं खोला जाता है तो प्रशासन को हमें समझाना आता है. प्रशासन को कोई अधिकार नहीं है कि मंदिर में ताला जड़ दे. इसके लिए सोमवार को दोपहर दो बजे चारोडाधाम पर बैठक रखी गई है, जिसमें आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सुभाष मील ने कहा कि प्रशासन के मंदिर को सीज कर दिया है, जो कि गलत है. प्रशासन की इस कार्रवाई से जनता को ठेस पहुंची है. मंदिर के पुजारी को भी वहां से जबरदस्ती हटाया गया है. पहले भी इस मामले को लेकर जनता के सामने प्रशासन को झुकना पड़ा था. सोमवार की सुबह तक यदि मंदिर नहीं खोला जाता है तो सर्वसमाज के लोग एकत्रित होंगे, जहां दो बजे चारोडाधाम में बैठक रखी गयी है, जिसमे आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी.