सीकर. बरसाती पानी की निकासी के लिए खोदे गए गड्ढे में शनिवार को डूबने से कोचिंग स्टूडेंट की मौत के मामले में मचा बवाल रविवार शाम को थम गया. मामले में परिजनों, संघर्ष समिति और जिला प्रशासन की बैठक में पहले दौर की वार्ता विफल रही, लेकिन दूसरे दौर की वार्ता में दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई. आरएलपी के जिलाध्यक्ष महेंद्र डोरवाल ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच कई बातों पर सहमति बन गई है.
इन बातों पर बनी सहमति : नगर परिषद आयुक्त और सभापति के खिलाफ नामदज मुकदमा दर्ज करने, नगर परिषद के एक्सईएन रविंद्र जैन को सस्पेंड करने, मृतक युवराज मीणा के परिजनों को मुआवजा राशि देने, नवलगढ़ रोड के पानी निकासी का काम पूरा करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी बनेगी, जो रिव्यू कर दिनांक निर्धारित करेगी.
सीपी जोशी का निशाना : सीकर में सीवरेज के गड्ढे में डूबने से कोचिंग स्टूडेंट की मौत के मामले को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने प्रेस बयान में कहा कि इस घटना की पूरी जिम्मेदार भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार है. यह कांग्रेस सरकार के जनप्रतिनिधियों की लड़ाई है और जनता इस लड़ाई के कारण सीवरेज में डूब कर मर रही है.
सीकर बंद का आह्वान : आईआईटी की तैयारी कर रहा युवराज मीणा तीन बहनों का इकलौता भाई था. सभी भाई-बहन पीजी हॉस्टल में रहकर एक साथ पढ़ते थे. झुंझुनू जिले के मलसीसर थाना इलाके के हमीरी कला गांव निवासी 17 वर्षीय छात्र युवराज मीणा शनिवार को कोचिंग से पढ़ाई करके वापस अपने हॉस्टल जा रहा था. इस दौरान बारिश के पानी की निकासी के लिए खोदे गए गड्ढे में युवराज की डूबने से मौत हो गई. घटना को लेकर रविवार को सीकर जिले के विभिन्न संगठनों ने अनिश्चितकालीन बंद करने की घोषणा की थी.