सवाई माधोपुर. रणथम्भौर नेशनल पार्क के राजबाग नाका पर तैनात वृक्षपालक गश्त के दौरान लापता हो गया. ड्यूटी के बाद घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. वृक्षपालक के घर नहीं पहुंचने पर पुत्र सागर सैनी ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है.
कोतवाली थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक सवाई माधोपुर के राजबाग नाका इलाके में रहने वाला गिर्राज वन विभाग में वृक्षपालक के पद पर कार्यरत है. गिर्राज झोंपड़ी बहरावंडा खुर्द गांव का निवासी है और राजबाग नाका पर उसकी ड्यूटी होती है. रोजाना की तरह गिर्राज 11 नवम्बर को सुबह 7 बजे घर से जंगल की गश्त करने के लिए निकला था. लेकिन इसके बाद वह घर नहीं लौटा.
गिर्राज के घर नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई. उन्होंने रिश्तेदारी में सभी जगह फोन कर तलाश किया, लेकिन गिर्राज का पता नहीं चला. परिजनों ने वन अधिकारियों को भी वृक्षपालक गिर्राज के गश्त के दौरान गायब होने की बात कही. मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने वायरलेस से लापता वृक्षपालक को तलाश करने के आदेश दिए.
गिर्राज के पुत्र सागर ने रिपोर्ट में बताया कि पिता के साथ होमगार्ड अशोक मीना थे. पुलिस ने अशोक से पूछताछ की तो उसने बताया कि गिर्राज जंगल की तरफ गया था. उससे कहा था कि तुम राजबाग चौकी पर चलो, मैं आता हूं. इसके बाद से वह घर नहीं लौटा. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
बिना बताए कहीं नहीं जाते पापा
वृक्षपालक के पुत्र सागर ने बताया कि उसके पिता गिर्राज बिना बताए कहीं नहीं जाते थे. ड्यूटी पर जाते समय भी वे घर पर कहकर जाते थे. उनकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी. मानसिक रूप से भी वे पूरी तरह स्वस्थ है. वृक्षपालक गिर्राज के दो बेटे व दो बेटियां हैं. दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है.