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छात्रवृत्ति घोटाले में चार आरोपी गिरफ्तार, 65 लाख का गबन आया सामने - छात्रवृत्ति घोटाले में चार आरोपी गिरफ्तार

सवाईमाधोपुर में छात्रवृत्ति घोटाले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनसे पूछताछ के बाद घोटाले में कुल राशि 65 लाख रुपए सामने आई.

scholarship scam in Sawai Madhopur, 4 accused arrested
छात्रवृत्ति घोटाले में चार आरोपी गिरफ्तार, 65 लाख का गबन आया सामने
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Published : Jun 24, 2023, 9:28 PM IST

सवाईमाधोपुर. छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा है. यह घोटाला 65 लाख रुपए का बताया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है जिसमें और भी राशि गबन की हुई सामने आने की संभावना है.

पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता में बताया कि गत 17 जून को सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारी मीना आर्य ने एक मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसमें बताया कि विभाग की ओर से छात्र-छात्राओं को जो स्कॉलरशिप दी जाती है, उसमें घोटाला किया गया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया. पुलिस के अनुसंधान करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें ऋषिकेश मीणा पुत्र मदनलाल मीणा, सूचना सहायक सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, मुकेश कुमार सैनी पुत्र शिंभू दयाल सैनी, कंप्यूटर ऑपरेटर, अजय गुर्जर पुत्र रामअवतार गुर्जर ई-मित्र संचालक और श्यामलाल पुत्र भरत लाल माली शामिल हैं.

पढ़ेंः डूंगरपुर के 12 हजार एसटी छात्रों को छात्रवृत्ति का इंतजार, अफसर को उम्मीद जल्द होगा समाधान!

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन चारों ने फर्जी डाक्यूमेंट्स क्रिएट कर ई-मित्र से एंट्री कर महात्मा ज्योतिबा राव फूले यूनिवर्सिटी में फॉरवर्ड किए जाते थे. यूनिवर्सिटी में कार्यरत मुकेश सैनी वहां से डाक्यूमेंट्स फॉरवर्ड किए जाते थे, जो सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग में आते. यह सब एक गिरोह की तरह काम किया करते थे और आपस में पैसों का आदान-प्रदान करते थे. प्रथम दृष्टया से जुर्म में संदिग्ध पाए जाने पर इन को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के बाद घोटाले में कुल राशि 65 लाख रुपए सामने आई. पुलिस अधीक्षक अगरवाला ने बताया कि पुलिस का अनुसंधान जारी है.

सवाईमाधोपुर. छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा है. यह घोटाला 65 लाख रुपए का बताया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है जिसमें और भी राशि गबन की हुई सामने आने की संभावना है.

पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता में बताया कि गत 17 जून को सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारी मीना आर्य ने एक मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसमें बताया कि विभाग की ओर से छात्र-छात्राओं को जो स्कॉलरशिप दी जाती है, उसमें घोटाला किया गया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया. पुलिस के अनुसंधान करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें ऋषिकेश मीणा पुत्र मदनलाल मीणा, सूचना सहायक सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, मुकेश कुमार सैनी पुत्र शिंभू दयाल सैनी, कंप्यूटर ऑपरेटर, अजय गुर्जर पुत्र रामअवतार गुर्जर ई-मित्र संचालक और श्यामलाल पुत्र भरत लाल माली शामिल हैं.

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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन चारों ने फर्जी डाक्यूमेंट्स क्रिएट कर ई-मित्र से एंट्री कर महात्मा ज्योतिबा राव फूले यूनिवर्सिटी में फॉरवर्ड किए जाते थे. यूनिवर्सिटी में कार्यरत मुकेश सैनी वहां से डाक्यूमेंट्स फॉरवर्ड किए जाते थे, जो सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग में आते. यह सब एक गिरोह की तरह काम किया करते थे और आपस में पैसों का आदान-प्रदान करते थे. प्रथम दृष्टया से जुर्म में संदिग्ध पाए जाने पर इन को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के बाद घोटाले में कुल राशि 65 लाख रुपए सामने आई. पुलिस अधीक्षक अगरवाला ने बताया कि पुलिस का अनुसंधान जारी है.

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