जयपुर: राजस्थान में एक बार फिर फोन टैपिंग का जिन्न बाहर निकल आया है, लेकिन इस बार आरोप पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर नहीं, बल्कि प्रदेश की भजनलाल सरकार पर लगे हैं. किरोड़ी लाल मीणा के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने शुक्रवार को विधानसभा में जमकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही के दौरान धरने पर बैठे रहे. कांग्रेस की थी कि सीएम या गृहमंत्री फोन टैपिंग मामले पर जवाब दें. विपक्ष की ओर से लगातार किए जा रहे हमले पर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने पलटवार किया. बेढम ने कहा कि मैं गृह राज्यमंत्री के रूप में कह रहा हूं कि सरकार में किसी भी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं कराया है. कांग्रेस के आरोप झूठे और निराधार हैं.
कांग्रेस के आरोप निराधार: बेढम ने कहा कि विपक्ष के लोग आरोप लगा रहे हैं कि सरकार के मंत्री ने अपने फोन टैपिंग की बात कही है. लेकिन किरोड़ी लाल मीणा ये आरोप अशोक गहलोत पर आरोप लगा रहे हैं. गहलोत सरकार के समय मेरा और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सहित 20 से 25 विधायकों का फोन टैप किया गया था. उन्होंने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर फोन टैप के मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. बेढम ने कहा कि में गृह राज्यमंत्री होने के नाते दावा कर रहा हूं कि हमारी सरकार किसी भी विधायक या मंत्री का कोई फोन टैप नहीं कर रही है. आरोप निराधार हैं, कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वो गुमराह करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं.
बेढम ने कहा कि विपक्ष को पता है कि प्रदेश की सरकार ने किस तरह से 1 साल में विकास के आयाम स्थापित किए हैं और राजस्थान को विकास की गति पर आगे ले जाने के लिए काम किए जा रहे हैं. वे इन अच्छे कामों की तारीफ नहीं कर सकते, तो झूठे आरोपों के साथ माहौल खराब कर रहे हैं. उन्हें पता है कि आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राज्यपाल के अभिभषण पर जवाब देंगे, ऐसे में किस तरह से सदन की कार्यवाही को बाधित किया जाए.
उन्होंने कहा कि विपक्ष को समझना होगा कि प्रदेश की 8 करोड़ जनता उन्हें देख रही है. जिस सदन में विकास कार्य पर बात होनी चाहिए. बेढम ने कहा कि इस बात को फिर से दोहरा रहा हूं कि सरकार किसी भी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं कर रही है. यह काम कांग्रेस सरकार में होता था, भाजपा सरकार में सिर्फ विकास की बात होती है और विकास के लिए ही काम किए जाते हैं.