सवाईमाधोपुर. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने एक बार फिर कांग्रेस सरकार पर गुर्जर आरक्षण समझौते को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ तीखे तेवर दिखाए हैं. कर्नल बैंसला ने यह बात सवाई माधोपुर जिले के मलारना स्टेशन पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.
बैंसला ने कहा कि मलारना आंदोलन स्थल पर हुए समझौते पर सरकार अमल नहीं कर रही है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार 15 दिन में समझौते के अनुसार सकारात्मक कार्रवाई करें अन्यथा गुर्जर समाज चुप नहीं बैठेगा. कर्नल बैंसला ने गुर्जर समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मलारना आरक्षण आंदोलन के बाद 16 फरवरी को लागू किए गए अति पिछड़ा वर्ग के 5 फीसदी आरक्षण के तहत प्रक्रियाधीन भर्तियों में गुर्जर, रेबारी, बंजारा, गाडिया लोहार आदि जातियों के अभ्यर्थियों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है.
गुर्जर आरक्षण आन्दोलन के दौरान दर्ज मुकदमे को वापस लेना भी समझौते में शुमार किया गया था, लेकिन सरकार ने इस पर कोई सकारात्मक अमल नहीं किया है. बैंसला ने साफ कहा कि सरकार 15 दिन में गुर्जर समाज की मांगों पर विचार करें अन्यथा गुर्जर समाज एक बार फिर आंदोलन की राह पर होगा. इस दौरान बैंसला के साथ उनके पुत्र विजय बैंसला, गुर्जर नेता भूरा भगत, जगदीश मलारना सहित अन्य गुर्जर नेता मौजूद रहे.